रेवाड़ी में शेयर बाजार में निवेश के नाम पर कारोबारी को ठगा, डेढ़ करोड़ रुपए की धोखाधड़ी

हरियाणा के रेवाड़ी में एक कारोबारी से जालसाजों ने 1.55 करोड़ रुपए ठग लिए। आरोपियों ने कारोबारी को शेयर बाजार में पैसा निवेश करने का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया। आरोपियों ने सारी बातचीत कारोबारी से व्हाट्सएप के द्वारा की और निवेश करने की सारी प्रक्रिया व्हाट्सएप पर मैसेज के माध्यम से समझा.

हरियाणा के रेवाड़ी में एक कारोबारी से जालसाजों ने 1.55 करोड़ रुपए ठग लिए। आरोपियों ने कारोबारी को शेयर बाजार में पैसा निवेश करने का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया। आरोपियों ने सारी बातचीत कारोबारी से व्हाट्सएप के द्वारा की और निवेश करने की सारी प्रक्रिया व्हाट्सएप पर मैसेज के माध्यम से समझा दी।

ठगों ने कारोबारी को सारी बातें इस प्रकार बताई की उन्हें सब सही लग रहा था। पहले तो ठगों ने कारोबारी पवन कुमार को व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा और उसके बाद कारोबारी को बातों में फंसा कर आरोपियों ने 1.55 करोड़ रुपए ठग लिए। कारोबारी ठगों के जाल में फसता चला गया। जब तक उसे धोखाधड़ी का अंदाजा हुआ तब तक वह ठगा जा चुका था।

जिसके बाद कारोबारी पवन कुमार ने साइबर क्राइम थाना पुलिस को ठगी की शिकायत देते हुए बताया की वह गुरुग्राम के कासन गांव का रहने वाला है लेकिन कुछ समय से वह धारूहेड़ा स्थित द्वारकाधीश सोसायटी में रह रहा था। वह काफी समय से शेयर बाजार में निवेश करना चाहता था। जिसके लिए वह ऑनलाइन सर्च करता रहता था।

ऑनलाइन सर्चिंग में उसे सोशल साइट से नंबर मिला जिसके बाद उस नंबर के द्वारा वह व्हाट्सएप पर जुड़ गया। ग्रुप में जुड़ने के बाद उसे व्हाट्सएप पर ही चैटिंग के द्वारा निवेश की प्रक्रिया बताई गई। ठग ने पवन कुमार से शुरुआत में 10,000 रुपए निवेश करने के लिए कहा। और ठग द्वारा बताए गए अकाउंट नंबर में उसे रकम को भेज दिया।

इसके बाद पवन कुमार से आरोपियों ने अलग –अलग तारीखों में अलग–अलग अकाउंट्स में टुकड़ों में रकम डलवाई। पवन कुमार 2 मई से लेकर 5 जून तक ठगों द्वारा बताए गए अकाउंट्स में कुल 15460000 रुपए डाल चुका था। इसके बाद पवन ने जब रुपए अपने अकाउंट में डालने की बात की तो ठग और रुपए मांगने लगे। जिसके बाद कारोबारी को शक हुआ।

पवन कुमार ने ज्यादा जोर डाला तो ठगों ने उससे बातचीत ही बंद कर दी। जिसके बाद कारोबारी ने मामले की जानकारी साइबर क्राइम पुलिस थाने को दी। कारोबारी ने अलग–अलग तारीख में ट्रांसफर की गई रकम से संबंधित सबूत पुलिस को दिए। पुलिस ने सबूत मिलते ही सारे अकाउंट्स को सीज कर दिया है। और ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

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