शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा की स्थानीय निधि लेखा समिति ने शिमला जिला के दो दिवसीय प्रवास कार्यक्रम के प्रथम दिवस आज कुफरी एवं ठियोग क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यों का निरक्षण किया। स्थानीय निधि लेखा समिति के सभापति संजय रत्न के नेतृत्व में समिति ने विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण कुफरी के विभिन्न विकास कार्यों का जायजा लिया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर पर समिति ने विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण कुफरी के अधिकारियों से वर्षवार विकास कार्यों की जानकारी हासिल की। उन्होंने प्राधिकरण को निधि सृजन पर बल देने को कहा ताकि क्षेत्र के लोगों को उचित सुविधाएं उपलब्ध हो सके।
राजकीय महाविधालय ठियोग के असुरक्षित हॉस्टल भवन का किया निरीक्षण
इसके उपरांत समिति ने राजकीय महाविधालय ठियोग के असुरक्षित हॉस्टल भवन का निरक्षण किया। समिति ने महाविधालय एवं हिमुडा के अधिकारियों से असुरक्षित भवन की पूरी जानकारी हासिल की। सभापति ने कहा कि भवन का निर्माण कार्य हिमुडा द्वारा किया गया है जिस पर लगभग ढाई करोड़ रुपए की राशि व्यय की गई है। सभापति एवं समिति के अन्य सदस्यों ने कहा कि यह बच्चों के सुरक्षा से संबंधित मामला है इसलिए इस भवन को बच्चों के प्रयोग में नहीं लाया जाएगा। उन्होंने भवन की क्षतिपूर्ति एवं अपना पक्ष रखने के लिए हिमुडा को 15 दिन का समय दिया। सभापति ने जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग को भी अपनी रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर जमा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग को इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जानी चाहिए ताकि भविष्य में इसी घटना न हो। इसके साथ-साथ समिति ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से भी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने कहा कि सारी रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत समिति इसमें अपना अंतिम फैसला लेंगी।
समिति ने बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। बैठक में इसके उपरांत नगर परिषद ठियोग से संबंधित विभिन्न विषयों पर भी विस्तृत चर्चा की गई तथा उनके समस्या के समाधान के आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में विभिन्न विभागों से संबंधित ऑडिट पैरा से संबंधित विस्तृत विचार वर्ष किया गया।
सभापति ने कहा कि विभिन्न विभागों के पास लंबित एवं खर्च न हुआ पैसों का उपयोग करे ताकि क्षेत्र का विकास सुनिश्चित हो सके।
समिति ने किया ठियोग अस्पताल का निरीक्षण
बैठक के उपरांत समिति ने ठियोग अस्पताल का भी निरक्षण किया। उन्होंने कहा कि ठियोग अस्पताल भवन निर्माण के समय अनियमिताएं पाई गई है। उन्होंने उपायुक्त को इस संदर्भ में 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने को कहा। उन्होंने कहा कि इस विषय को समिति द्वारा संज्ञान में लिया गया है और दोषी के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
इस अवसर पर स्थानीय निधि लेखा समिति के सदस्य केवल सिंह पठनीया, कुलदीप सिंह राठौर, विवेक शर्मा, उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव कुमार गांधी, निदेशक शिक्षा विभाग अमरजीत सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, उपमंडल दण्डाधिकारी शिमला ग्रामीण कविता ठाकुर, उपमंडल दण्डाधिकारी ठियोग मुकेश शर्मा सहित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।