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राजस्थान में 3.41 लाख से ज्यादा मकान प्रधानमंत्री आवास योजना में बनाए जाएंगे : Shivraj Singh Chauhan

जयपुर/नई दिल्ली : केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज जयपुर में घोषणा की कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत राजस्थान में 3.41 लाख से ज्यादा मकान बनाए जाएंगे। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने यह घोषणा की। उन्होंने.

जयपुर/नई दिल्ली : केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज जयपुर में घोषणा की कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत राजस्थान में 3.41 लाख से ज्यादा मकान बनाए जाएंगे। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि इससे पहले 1,56,420 मकान हम दे चुके हैं।

केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह ने समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा को उद्धृत करते हुए कहा कि आपने कहा था कि आपकी मिनिस्ट्री से भी कुछ निवेश हो जाएं, मैं ग्रामीण विकास मंत्री भी हूँ, इसलिए राजस्थान से खाली नहीं जा सकता हूं. तीन लाख 41 हजार 620 मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राजस्थान के गांवों में अतिरिक्त आवास के रूप में गरीब आई-बहनों के लिए बनाए जाएंगे, जिन पर चार हजार 99 करोड़ रूपए खर्च होंगे। इससे पहले भी राजस्थान को प्रधानमंत्री आवास योजना के मकानों के लिए बड़ी राशि प्रदान की गई है। केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगे भी आप चिंता मत करना, म्हारो राजस्थान है। उन्होंने कहा कि राजस्थान लगातार आगे बढ़े, इसमें कोई कसर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी भी नहीं छोडने वाले हैं और मामा भी पीछे नहीं रहने वाला है। मिलकर राजस्थान आगे बढ़ें, ये हम सबकी कोशिश है। राजस्थान आगे बढ़ेगा, तो भारत आगे बढ़ेगा और विश्वबंधु आरत विश्व का कल्याण करेगा।
केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह ने कहा कि भारत की परंपरा है अतिथि देवो भवः। राजस्थान में निवेशकों का स्वागत हुआ है और जैसा प्रयास सरकार यहां निवेश लाने के लिए कर रही है, इसके लिए मैं भजनलाल जी का अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि राजस्थान को आगे बढ़ाने में अगर गिलहरी की तरह योगदान दे पाएं, तो अपने आप को हम धन्य मानेंगे। श्री चौहान ने कहा कि मोदीजी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, शक्तिशाली, संपन्न और समृद्ध आरत का निर्माण हो रहा है। भारत जिस ऊंचाई पर पहुंचा है, उसका वर्णन करना जरूरी नहीं है। भारत केवल अपने लिए नहीं, विश्व के लिए है। सारी दुनिया आज राजस्थान में समाई हुई है। उमंग, उत्साह, जोश भरा वातावरण है। श्री चौहान ने कहा कि वैभवशाली भारत, बिना खेती के नहीं बन सकता है। कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ व किसान उसकी आत्मा है। किसान हमारे लिए भगवान है व उनकी सेवा भगवान की पूजा है। खाद्य सुरक्षा, जीवित रहने के लिए खेती जरूरी है। हम भारत को विश्व का फूड बास्केट बनाकर चैन की नींद लेंगे। किसान सबसे बड़ा उत्पादक भी है और उपभोक्ता भी है। जब अच्छी फसल आती है।

किसान के पास पैसा होता है, वो व्यापारी की दुकान में जाता है और सामान खरीदता है। व्यापारी की दुकान चलती है तो कारखानी में माल बनता है, वो उठता है। इससे पूंजी का निर्माण होता है तो निवेशक आते हैं।

केंद्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान ने कहा कि कृषि के विकासर के लिए हमारी 6 सूत्रीय रणनीति है। पहला है उत्पादन बढ़ाना, जिसके लिए अच्छे बीज चाहिए। इस साल 109 नए बीजों की वैरायटी लांच की है। नए बीज से 70 दिन में बाजरा आ जाएगा। धान की नई किस्म से 30% पानी कम लगेगा। कालीसिंध-पार्वती-चंबल प्रोजेक्ट से मध्यप्रदेश और राजस्थान को पानी मिल रहा है। पहले की सरकार में तो पानी ही नहीं था, तो वो दूसरे को पानी कैसे देते। हम 18-22% कृषि दर पानी के कारण ही अचीव कर पाए। हम पूरे देश में कैनाल इरिगेशन नहीं, प्रेशराइज्ड पाइप से पानी खेत में पहुंचाएंगे। मध्यप्रदेश में भी हम नर्मदा जी के पानी को गंगा बेसिन तक लाए है। हम ढाई हेक्टेयर के चक के सामने एक आउटलेट देंगे, जिससे किसान पानी लेगा और खेतों में ले जाएगा। उन्होंने कहा कि आज खेती के लिए मजदूर मिलना मुश्किल हो गया है। भारत में दुनिया की सबसे ज्यादा ट्रैक्टर की खपत राजस्थान में होती है। नंबर 2 की रणनीति यह है कि हम उत्पादन की लागत घटाएंगे। एक मैकेनाइजेशन, दूसरा सस्ता लोन। मोदी जी ने किसान सम्मान निधि इसलिए दी कि खाद- बीज की जरूरत पूरी हो सके। कैमिकल फर्टिलाइजर आपूर्ति जरूरी है। डीएपी के आयात पर अभी हम निर्भर हैं। एनपीके, डीएपी कैसे बन सकते हैं। इन पर काम करने का प्रयास करें, खाद के मामले में आत्मनिर्भर बनना है।

चौहान ने कहा कि तीसरी रणनीति है उत्पाद का सही दाम देना। हम एमएसपी पर अलग-अलग फसल खरीदते हैं। सोयाबीन के दाम कम हो गए थे, क्योंकि 0% ड्यूटी पर पाम ऑइल आ रहा था। हमने 27.5% इम्पोर्ट ड्यूटी लगाई, ताकि किसानों को ठीक दाम मिल सके। प्याज एक्सपोर्ट पर हमने ड्यूटी घटाकर 20% कर दी. जिससे ठीक दाम मिले। चावल पर मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइज लगी थी, हमने इसे खत्म किया और एक्सपोर्ट को खोल दिया, जिससे दुनिया भर में चावल जा सके। राजस्थान श्रीअन्न का भंडार है। इस पर आधारित इंडस्ट्री कैसे चले, इस पर काम करेंगे। चौथी रणनीति है कृषि का विविधीकरण, जिस पर प्रधानमंत्री जी जोर दे रहे हैं। फल, फूल, सब्जी, राजस्थान का खजूर अरब कंट्री को मात देता है। यहां का अनार दुनिया को मात देता है। समय आ गया है कि उत्पादन ही नहीं बढ़ाएंगे, बल्कि अब वेल्यू एडिशन भी करेंगे। अलग-अलग चीजें बनाकर हम कैसे बेच सकते, इस पर सोचिए। परचेजिंग कैपेसिटी बढ़ी है, अब जूस केवल आमिर आदमी नहीं पीते हैं। हवाई चप्पल वाला भी हवाई यात्रा करता है। मोदीजी के नेतृत्व में भारत 5 वी अर्थव्यवस्था बनेगा, इसमें खेती का अहम रोल रहेगा। जैसे वैक्सीन दुनिया को दी. वैसे ही फल-सब्जी और अनाज भी हम देंगे। निवेशकों से उन्होंने कहा कि आप राजस्थान आइए, मुख्यमंत्री जी की टीम तैयार है, ये जो कहते हैं, वो करते हैं। हम दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। रेगिस्तान राजस्थान में भले ही ज्यादा हो, लेकिन धन की कमी यहां नहीं है। मारवाडी कहां नहीं पहुंचा है। जितने एमओयू हो रहे हैं, उन्हें जमीन पर राजस्थान की सरकार उतारेगी।

बिहार के लिए अतिरिक्त आवास स्वीकृत
केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी का संकल्प है कि हर गरीब के पास खुद का पक्का मकान हो। इस संकल्प की सि‌द्धि के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय प्रतिब‌द्ध है। बिहार के ग्रामीण क्षेत्री के भाइयों-बहनों के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय ने 5 लाख 46 हजार 190 अतिरिक्त आवास स्वीकृत किए है। इस संबंध में आज दिल्ली में बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार ने श्री चौहान से भेंट की। इस दौरान श्री चौहान ने उक्त अतिरिक्त आवास स्वीकृति की जानकारी दी।

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