नई दिल्ली : वर्तमान समय में विपक्षी दल संसद में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी गलतियों को लंबे समय तक छिपा नहीं सकती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने के लिए कई गलत कदम उठाए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बाबा साहेब के सम्मान में कई बड़ी गलती की और उनकी सोच को दबाने की कोशिश की।
PM मोदी की सोशल मीडिया पर की पोस्ट
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक के बाद एक कई पोस्ट डाले, जिनमें उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। पीएम मोदी ने लिखा कि कांग्रेस चाहे जितनी कोशिश कर ले, लेकिन वे यह सच नहीं छिपा सकते कि उनके शासन में एससी/एसटी समुदायों के खिलाफ सबसे बड़े नरसंहार हुए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने एससी और एसटी समुदायों के लिए कुछ भी ठोस काम नहीं किया। वे सालों तक सत्ता में रहे, लेकिन इन समुदायों को सशक्त बनाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
Congress can try as they want but they can’t deny that the worst massacres against SC/ST Communities have happened under their regimes.
For years, they sat in power but did nothing substantive to empower the SC and ST communities.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 18, 2024
डॉ. अंबेडकर के खिलाफ कांग्रेस की साजिशें
दरअसल, प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की सच्चाई को उजागर करते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर के खिलाफ कांग्रेस के पापों की एक पूरी सूची है। कांग्रेस ने एक नहीं, बल्कि दो बार डॉ. अंबेडकर को चुनावों में हराया। यहां तक कि पंडित नेहरू ने भी उनके खिलाफ प्रचार किया और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बना दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को भारत रत्न देने से इनकार किया। इसके अलावा, संसद के सेंट्रल हॉल में बाबा साहेब के चित्र को सम्मानित स्थान नहीं दिया गया, जो कांग्रेस की सोच को साफ दर्शाता है।
कांग्रेस की नीयत और बाबा साहेब का सम्मान
आज सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस ने हमेशा बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर के योगदान और उनकी विरासत को नजरअंदाज किया है, और इसके लिए उनकी आलोचना करना जरूरी है। मोदी का यह बयान कांग्रेस के प्रति एक गंभीर आरोप है, जो राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।