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Sambhal Temple : संभल में ASI की टीम ने किया कृष्ण कूप का सर्वे, कल्कि विष्णु मंदिर में खुदाई जारी

उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के संभल जिले के मुस्लिम बहुल इलाके में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार सर्वे कर रही है। शनिवार को भी ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची और यहां सर्वे का काम शुरू किया। इसके साथ ही प्रशासन के अधिकारी भी टीम के साथ मौजूद हैं।.

उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के संभल जिले के मुस्लिम बहुल इलाके में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार सर्वे कर रही है। शनिवार को भी ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची और यहां सर्वे का काम शुरू किया। इसके साथ ही प्रशासन के अधिकारी भी टीम के साथ मौजूद हैं। यह सर्वे काम लगातार दूसरे दिन किया जा रहा है।

कृष्ण कूप का सर्वे

आपको बता दें कि आज ASI की टीम कृष्ण कूप का सर्वे करेगी, जो कल्कि मंदिर के मुख्य गेट के पास स्थित है। कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद से महज 500 मीटर की दूरी पर है। इस कूप के चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है, और कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है। यह कूप बहुत पुराना माना जाता है, और इसके आसपास के इलाकों का इतिहास भी काफी दिलचस्प है।

पिछले साल CM योगी ने किया था दौरा

हालांकि,  कृष्ण कूप और मंदिर से जुड़ी जानकारी के मुताबिक, साल 2021 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस क्षेत्र का दौरा किया था। कल्कि मंदिर के गेट पर एक बोर्ड भी लगाया गया है, जिसपर मुख्यमंत्री का नाम लिखा हुआ है। इस समय ASI की टीम इस इलाके के कूपों और तीर्थों का सर्वे कर रही है।

कूपों और तीर्थों का सर्वे

वहीं शुक्रवार को ASI की टीम ने संभल में 5 तीर्थों और 19 कूपों सहित कुल 24 जगहों का सर्वे किया। अब शनिवार को कृष्ण कूप का सर्वेक्षण किया जा रहा है। यह कूप कल्कि मंदिर के पास स्थित है, और यह बहुत ही प्राचीन माना जाता है।

46 साल बाद खोला गया कार्तिक महादेव मंदिर

संभल जिले के कार्तिक महादेव मंदिर का सर्वे भी शुक्रवार को किया गया था। यह मंदिर 46 साल बाद 14 दिसंबर 2023 को खोला गया था। दरअसल, यह मंदिर 1978 के दंगे के बाद से बंद था, लेकिन अब इसे फिर से खोला गया है और इसके सर्वे की प्रक्रिया चल रही है।

सर्वे को लेकर उठे सवाल

सर्वे को लेकर कुछ सवाल भी उठ रहे हैं। हालांकि, संभल के डीएम ने साफ कर दिया है कि इस सर्वे में किसी भी दरगाह या मस्जिद का निरीक्षण नहीं किया गया है। केवल प्राचीन मंदिरों और कूपों का सर्वे किया जा रहा है, और यह कार्य ASI की देखरेख में हो रहा है। संभल में ASI का सर्वे काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह प्राचीन कूपों और मंदिरों के इतिहास को सामने लाने में मदद करेगा। कृष्ण कूप और कल्कि मंदिर जैसे स्थानों का सर्वे करके, इन ऐतिहासिक धरोहरों के महत्व को समझने की कोशिश की जा रही है।

अभियान का उद्देश्य तीर्थों और मंदिरों को पुनर्जीवित करना

संभल नगर पालिका के अधिशासी अभियंता मणि भूषण तिवारी ने कहा कि नगर पालिका का अतिक्रमण अभियान ‘संभल तीर्थ’ के तहत चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य संभल के तीर्थों और मंदिरों को पुनर्जीवित करना और उनकी परंपराओं का संरक्षण करना है। अधिशासी अभियंता ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि तीर्थस्थलों और मंदिरों का उचित जीर्णोद्धार किया जाए ताकि वे अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को बनाए रखें। इसके साथ ही, इन स्थलों के सौंदर्यीकरण की योजना भी बनाई गई है, जिससे ये जगहें अधिक आकर्षक और पर्यटकों के लिए सुविधाजनक बन सकें।

खुदाई और सर्वे का काम शुरू

मणि भूषण तिवारी ने यह भी बताया कि कई स्थानों पर खुदाई का काम भी शुरू कर दिया गया है। इन खुदाई से उन प्राचीन अवशेषों और स्थानों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है, जो धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो सकते हैं।

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