बेलगावी : Karnataka से एक और प्रसूता की मौत का मामला सामने आया है। बेलगावी शहर में हुई इस घटना को लेकर मृतका के परिवार ने आरोप लगाया है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण यह मौत हुई है। मृतक महिला की पहचान हुक्केरी कस्बे के पास गौड़ावाड़ा गांव की वैशाली कोटाबागी के रूप में हुई है। उसकी मौत रविवार को हुई। परिवार ने डॉक्टरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह मौत दवाओं के कारण हुई है। पुलिस के अनुसार, मृतक वैशाली को चार दिन पहले प्रसव पीड़ा हुई थी और उसे हुक्केरी तालुक अस्पताल ले जाया गया था। डॉक्टर के उपलब्ध न होने पर उसे बेलगावी इंस्टीटय़ूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (बीआईएमएस) में स्थानांतरित कर दिया गया। वैशाली ने शनिवार को सिजेरियन सजर्री से एक बच्ची को जन्म दिया। रविवार की सुबह वैशाली को सीने में दर्द हुआ और बाद में उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि, उसकी मौत हो गई। परिवार ने अचानक हुई मौत पर अस्पताल के अधिकारियों से जवाब मांगा है। उन्होंने पोस्टमार्टम के लिए शव सौंपने से इनकार कर दिया और बीआईएमएस स्टाफ के अनुरोध पर शव को मोर्चरी भेज दिया गया। बता दें कि मृतका ने पांच दिन पहले अपनी शादी की सालगिरह मनाई थी। परिवार ने मौत के मामले की जांच की मांग की है। पुलिस ने कहा कि वे मामले में आगे बढ़ने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
भाजपा ने राज्य भर में मातृ मृत्यु की रिपोर्ट को लेकर शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य की कांग्रेस नीत सरकार पर हमला बोला था
कर्नाटक भाजपा ने राज्य भर में मातृ मृत्यु की रिपोर्ट को लेकर शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य की कांग्रेस नीत सरकार पर हमला बोला था। विपक्ष के नेता आर. अशोक ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि राज्य में स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि महिलाएं सरकारी अस्पतालों में पैर रखने से डरती हैं। विधान परिषद में मातृ मृत्यु के बारे में बात करते हुए कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने देश में शक्तिशाली दवा लॉबी के सख्त नियमन की अपील की।? उन्होंने कहा, ‘मैं यह बताना चाहता हूं कि दवा से संबंधित कानून मजबूत नहीं हैं। दवा कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई का कोई इतिहास नहीं है।’ मातृ मृत्यु के मामले को कांग्रेस सरकार ने न्यायिक जांच के लिए सौंप दिया है। बेल्लारी, रायचूर और उत्तर और मध्य कर्नाटक के अन्य जिलों के सरकारी अस्पतालों से मातृ मृत्यु की घटनाएं सामने आई हैं।