उत्तर प्रदेश : मंगलवार को संभल में शाही जामा मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट पेश नहीं की जाएगी। 19 नवंबर को संभल की अदालत ने शाही जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर होने के दावे के संबंध में सर्वे का आदेश दिया था। रिपोर्ट में इस मस्जिद के ऐतिहासिक महत्व और उसके मूल स्वरूप के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। मस्जिद के सर्वे की रिपोर्ट अब अगले साल 2 या 3 जनवरी को पेश की जाएगी। यह जानकारी कोर्ट कमिश्नर ने दी है, जिन्होंने बताया कि रिपोर्ट आज तकनीकी कारणों से पेश नहीं की जा सकेगी।
रिपोर्ट में क्या होगा?
आपको बता दें कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा किए गए सर्वे में शाही जामा मस्जिद की संरचना, वास्तुकला और उससे जुड़े धार्मिक दावों का परीक्षण किया गया है। इस सर्वे से यह स्पष्ट किया जाएगा कि मस्जिद और मंदिर के बीच कोई ऐतिहासिक संबंध है या नहीं। वहीं एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने बताया कि सर्वे रिपोर्ट का 90 प्रतिशत हिस्सा पूरा हो चुका है, लेकिन तकनीकी कारणों के चलते रिपोर्ट पेश नहीं की जा पा रही है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट अंतिम चरण में है और इसमें कुछ सुधार किए जा रहे हैं, जैसे टाइपिंग एरर को ठीक करना।
राजनीतिक और क्षेत्रीय विवाद
वहीं शाही जामा मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट को लेकर क्षेत्रीय और राजनीतिक स्तर पर काफी गहमागहमी बनी हुई है। इस रिपोर्ट के बाद कुछ विवादों की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि इसे लेकर विभिन्न मत और दावे सामने आ सकते हैं। यह सर्वे रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में और अधिक स्पष्टता आएगी और यह भी पता चलेगा कि इस मस्जिद के ऐतिहासिक महत्व पर क्या प्रभाव पड़ेगा।