चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को रेवाड़ी जिले के कोसली विधानसभा क्षेत्र में आयोजित धन्यवाद कार्यक्रम के दौरान 23 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की छह बड़ी विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में 20.53 करोड़ रुपये की लागत वाली चार पहलों का उद्घाटन और 2.51 करोड़ रुपये की लागत वाली दो परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
उद्घाटन की गई परियोजनाओं में बोहका में 33 केवी सबस्टेशन, धवाना को मंडोला से जोड़ने वाली सड़क, बोहतवास अहीर में एक पीएचसी और लिलोढ़ में एक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भवन शामिल हैं। इसके अलावा, गुगोड़ से तुम्बाहेड़ी सड़क और मुस्सेपुर से हालुहेड़ा संपर्क सड़क का शिलान्यास किया गया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आवश्यक मानदंडों को पूरा करने के बाद डहीना खंड को उप-मंडल का दर्जा मिलेगा। उन्होंने आगे घोषणा की कि पंचायत भूमि की उपलब्धता के अधीन गांव नठेड़ा और सुर्खपुर में उप-स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण किया जाएगा। भूमि की उपलब्धता पर गांव गुडियानी और रत्नथल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे। गांव मोटलकलां में जलघर का निर्माण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जाटूसाना में शीघ्र ही कॉलेज का निर्माण करवाया जाएगा, इसके अलावा भूरथला डिस्ट्रीब्यूटरी का जीर्णोद्धार करवाया जाएगा, साथ ही गांव भड़ंगी व नयागांव माइनर का जीर्णोद्धार करवाने की घोषणा की।
नायब सिंह सैनी ने घोषणा की कि नागल गांव से देहलावास जाने वाले मार्ग पर बालावास गांव में माइनर पर पुल बनाया जाएगा।इसके अलावा लुहाना गांव से खालेटा जाने वाले मार्ग पर जवाहर लाल नेहरू नहर पर पुल बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बास, पहराजवास, सुम्मा खेड़ा, रत्नथल, लीलोढ़ में खेतों में जलभराव की समस्या का समाधान किया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि कोसली फ्लाईओवर का काम तेजी से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कोसली विधानसभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग की सडकों के नवीनीकरण के लिए 10 करोड़ रुपये तथा मार्केटिंग बोर्ड की सडकों के सुदृढ़ीकरण के लिए 5 करोड़ रुपये देने की घोषणा की।
इसके अलावा कोसली विधानसभा में स्कूलों के जीर्णोद्धार के लिए 5 करोड़ रुपये देने की घोषणा की।उपरोक्त घोषणाओं के अलावा मुख्यमंत्री ने कोसली के विकास कार्यों के लिए अलग से 5 करोड़ रुपये देने की घोषणा की।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल से पहले गांवों में पक्की सड़कें नहीं थीं, जिससे घरों तक पहुंचना मुश्किल हो जाता था, खासकर बारिश के दौरान।
हालांकि, सत्ता संभालने के बाद श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बजट का 60 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण विकास के लिए आवंटित करने का फैसला किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके विजन पर चलते हुए भाजपा सरकार ने ग्रामीण बुनियादी ढांचे को सफलतापूर्वक बदल दिया है।