बीएसएफ (BSF) ने पंजाब और जम्मू में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित अपनी चौकियों पर अतिरिक्त जवानों को तैनात करने का आदेश दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। बीएसएफ के इस कदम का उद्देश्य घुसपैठ रोधी तंत्र को मजबूत करने तथा गोला-बारूद अथवा मादक पदार्थो को ले जाने वाले ड्रोनों को रोकना है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चंडीगढ़ स्थित सीमा सुरक्षा बल की पश्चिमी कमान ने इन दोनों क्षेत्रों में अग्रिम मोर्चे पर 9 ‘सामरिक’ मुख्यालय स्थापित करने का भी निर्देश दिया है। इन क्षेत्रों में अधिकतम खुफिया और अभियान संबंधी साजो-सामान को नवनिíमत नियंत्रण कक्ष की निगरानी में यहां ‘स्थानांतरित’ किया जा रहा है।
सामरिक या ‘टैक मुख्यालय’ एक अग्रिम चौकी होती है, जो सीमा के करीब चौकी के पास तथा बटालियन चौकी से आगे होती है। सूत्रों के अनुसार ‘टैक मुख्यालय’ में बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) सहित सभी विभागों से वरिष्ठ कमांडर की मौजूदगी भी होगी, जिनकी यूनिट इन संवेदनशील सीमा चौकियों पर तैनात है। उन्होंने बताया कि बीएसएफ के ‘अधिकतम’ जवानों को बटालियन मुख्यालयों से स्थानांतरित कर इन दोनों क्षेत्रों में सीमा सुरक्षा इकाइयों में तैनात करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
बीएसएफ भारत के पश्चिमी भाग में जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात से होकर गुजरने वाली 2,289 किलोमीटर से अधिक लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा करता है. जम्मू क्षेत्र में इस सीमा का 485 किलोमीटर हिस्सा है, जो घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों से घिरा हुआ है. जम्मू अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में लगभग एक दर्जन बीएसएफ बटालियन तैनात हैं.