नेशनल डेस्क: म्यांमार और थाईलैंड के बाद अब भारत के मेघालय राज्य में भी भूकंप के तेज झटके लगे। इन झटकों के बाद लोग अपने-अपने घरों से निकलकर बाहर आ गए। गनीमत रही कि इस भूकंप में जान माल हानि के नुकसान की कोई खबर नहीं है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, यह भूकंप मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स में आया और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.0 रही।
इससे पहले म्यांमार और थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भूकंप के तेज झटके लगे। पहला भूकंप सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर आया, इसकी तीव्रता 7.2 मापी गई। इसके बाद दूसरा झटका दोपहर 12 बजकर दो मिनट पर आया, इसकी तीव्रता 7 मापी गई। भूकंप का केंद्र म्यांमार का सागैंग रहा। इन झटकों की वजह से म्यांमार में इरावडी नदी पर बना फेमस एवा ब्रिज ढह गया। इस भूकंप के बाद दर्जनों लोग लापता बताए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें बड़ी-बड़ी इमारते झुक गई हैं जबकि कईयों को झटकों के चलते हिलते हुए देखा जा सकता है।
Concerned by the situation in the wake of the Earthquake in Myanmar and Thailand. Praying for the safety and wellbeing of everyone. India stands ready to offer all possible assistance. In this regard, asked our authorities to be on standby. Also asked the MEA to remain in touch…
— Narendra Modi (@narendramodi) March 28, 2025
पीएम मोदी ने जताई चिंता
पीएम मोदी ने म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सभी की सुरक्षा और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। इस संबंध में, हमने अपने अधिकारियों से तैयार रहने को कहा है। साथ ही विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के साथ संपर्क में रहने को कहा है।
क्यों आते हैं भूकंप?
बीते कुछ दिनों में भारत समेत पूरी दुनिया में भूकंप की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। दरअसल, हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमते रहती हैं। हालांकि, ये प्लेट्स कई बार फॉल्ट लाइन पर टकराती हैं, जिससे घर्षण पैदा होता है। इस घर्षण से निकली ऊर्जा बाहर निकलने का रास्ता तलाशती हैं। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को लगातार मिलती रही थी हैं।