नई दिल्ली : दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी है। चुनाव फरवरी 2025, में होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। बता दें कि आप ने कालकाजी से सीएम आतिशी को टिकट दिया है, तो वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस ने कालकाजी से अलका लांबा को मैदान में उताने का फैसला किया है।
कांग्रेस के अन्य उम्मीदवार
बता दें कि कांग्रेस ने कुछ और उम्मीदवारों की भी घोषणा की है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के एससी-एसटी विभाग के अध्यक्ष राजेश लिलोठिया सीमापुरी से, फरहाद सूरी जंगपुरा से, आसिम अहमद मटिया महल से और देवेंद्र सहरावत बिजवासन से पार्टी के प्रत्याशी होंगे। वहीं कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति आज (मंगलवार) को बैठक कर रही है। कांग्रेस पार्टी की बैठक में कुल 35 विधानसभा सीटों पर चर्चा की गई। इस बैठक में पार्टी ने 27 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिए हैं। वहीं, 7 सीटों को अभी के लिए पेंडिंग रखा गया है और उन पर आगे विचार किया जाएगा। पहले सूची में 21 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए थे।
कांग्रेस की घोषणाएं
दरअसल, कांग्रेस महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाने की घोषणा कर सकती है। पार्टी का कहना है कि हर महिला को एक रिस्टबैंड दिया जाएगा और हर घर की एक महिला को 3100 रुपये महीने देने की योजना भी बनाई जाएगी। इसके साथ ही कांग्रेस 400 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा भी कर सकती है।
अलका लांबा की राजनीति
आपको बता दें कि अलका लांबा दिल्ली की राजनीति में एक कद्दावर नेता रही हैं। वह महिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। 2014 में कांग्रेस से अलग होकर उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन की थी और 2015 में चांदनी चौक से विधायक बनीं। हालांकि, 2019 में उन्होंने आप से इस्तीफा देकर कांग्रेस में वापसी की थी।
BJP की पहली लिस्ट
वहीं बीजेपी की पहली उम्मीदवार सूची इस हफ्ते जारी हो सकती है। बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक भी इसी हफ्ते होने की संभावना है। पार्टी अपनी पहली लिस्ट में कुछ पूर्व सांसदों को भी टिकट दे सकती है। नई दिल्ली विधानसभा सीट से पूर्व सांसद परवेश वर्मा का नाम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने के लिए लगभग तय है। बीजेपी ने पहले ही घोषणा की है कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव में बिना मुख्यमंत्री उम्मीदवार के चुनावी मैदान में उतरेगी। पार्टी जनवरी के पहले हफ्ते में अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव इस बार भी त्रिकोणीय मुकाबला बनता नजर आ रहा है। आम आदमी पार्टी सत्ता में वापस आने के लिए कोशिश कर रही है, जबकि बीजेपी 26 साल से जारी सूखा समाप्त करने के लिए चुनावी मैदान में है। कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन नहीं हो सका है, जैसा कि लोकसभा चुनाव में हुआ था।