नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की रविवार को समीक्षा की और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया। सूत्रों ने यह जानकारी दी। शाह ने महाराष्ट्र में अपनी चुनावी रैलियां रद्द करके लौटने के तुरंत बाद यह बैठक की। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और उन्हें शांति सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया। वहीं, इंफाल वैस्ट जिले में रविवार शाम भीड़ ने भाजपा के विधायक कोंगखाम रोबिंद्रो के पैतृक आवास में तोड़फोड़ की।
पुलिस ने बताया कि यह घटना इंफाल वैस्ट में विधायक द्वारा निíमत मकान पर हमले के एक दिन बाद हुई। पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने मायांग इंफाल स्थित रोबिंद्रो के पैतृक आवास पर धावा बोल दिया और उनसे मुलाकात की मांग की। उसने बताया कि चूंकि, विधायक घर पर मौजूद नहीं थे, इसलिए उनके पिता ने भीड़ में शामिल सदस्यों से कहा कि वे उनके बेटे को जो भी संदेश देंगे, वह उन्हें बता देंगे। इससे पहले शनिवार को मणिपुर में इंफाल घाटी के विभिन्न जिलों में गुस्साई भीड़ ने भाजपा के 3 और विधायकों तथा कांग्रेस के एक विधायक के आवास को लगा दी। अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के पैतृक आवास पर भी धावा बोलने की कोशिश की, हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
जिरीबाम जिले में 3 महिलाओं और 3 बच्चों के शव मिलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने इंफाल घाटी के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को हिंसक प्रदर्शन किया, जिसके बाद से यहां अनिश्चितकाल के लिए कफ्यरू लगा दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने निंगथौखोंग में लोक निर्माण मंत्री गोविंददास कोंथौजम, लैंगमीडोंग बाजार में हियांगलाम से भाजपा विधायक वाई राधेश्याम, थौबल जिले में वांगजिंग टेंथा के भाजपा विधायक पाओनम ब्रोजेन और इंफाल पूर्वी जिले में खुंद्राक्पम के कांग्रेस विधायक लोकेश्वर के घरों में आग लगा दी।