नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 27 दिसंबर 2024 को हुआ था, और उनका अंतिम संस्कार 29 दिसंबर को दिल्ली के निगम बोध घाट पर किया गया। उनके निधन के बाद, कांग्रेस पार्टी ने उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए उनके स्मारक बनाने की मांग उठाई। इस पर राजनीतिक हलकों में विवाद शुरू हो गया था। वहीं अब आप नेता और दिल्ली के पूर्व सीएम ने अपने सोशल मीडिया पर एक पॉस्ट शेयर किया है। उन्होंने कहा कि सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों क अंतिम संस्कार राजघाट पर हुआ है, तो डा. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर क्यों क्या गया।
ये खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूँ।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया गया। इसके पूर्व भारत के सभी प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजघाट पर किया जाता था।
सिख समाज से आने वाले, पूरी दुनिया में ख्याति प्राप्त, 10 वर्ष भारत के…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 28, 2024
इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए कांग्रेस के इस प्रस्ताव को लेकर अपनी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि देश के अन्य प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार दिल्ली के राजघाट पर हुआ था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर क्यों किया गया। केजरीवाल ने इस सवाल के साथ यह भी आरोप लगाया कि इस कदम से सरकार ने अपमान किया है। उन्होंने बीजेपी से यह सवाल किया कि क्या एक पूर्व प्रधानमंत्री के लिए 1000 गज जमीन भी नहीं दी जा सकती थी।
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 29 दिसंबर 2024 को दिल्ली के निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य केंद्रीय मंत्री उपस्थित रहे। वहीं, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी भी इस अवसर पर मौजूद थे।