Farmer Protest Shambhu Border : नई दिल्ली । किसानों ने रविवार को पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू प्रोटेस्ट साइट से दिल्ली तक मार्च फिर से शुरू करने की कोशिश की, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें कुछ ही दूरी पर रोक दिया। इसके बाद किसानों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं, और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े। साथ ही पुलिसबल ने किसानों को रोकने के लिए किसानों के जत्थे पर फूल भी बरसाए हैं। फिलहाल, किसानों ने एक दिन के लिए दिल्ली चलो मार्च रोक दिया है। वहीं खबर यह भी आ रही है कि 7 से 8 किसान आज घायल भी हुए है।
#WATCH | Police sprinkle flower petals on the farmers at the Punjab-Haryana Shambhu border who are protesting and trying to move ahead as they begin their ‘Dilli Chalo’ march, today pic.twitter.com/EjIs3vVWsc
— ANI (@ANI) December 8, 2024
दिल्ली जाने के लिए किसानों को चाहिए अनुमति
हालांकि, हरियाणा पुलिस ने किसानों से कहा कि वे अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखने से पहले दिल्ली पुलिस से आवश्यक अनुमति लें। इसके बाद शंभू में पुलिस और किसानों के बीच बहस हुई। पुलिस का कहना था कि किसान एक बड़ी भीड़ के रूप में आगे बढ़ रहे थे, जबकि केवल 101 किसानों को ही मार्च की अनुमति दी गई थी।
पुलिस का दावा: किसान एक सूची के अनुसार नहीं बढ़ रहे
आपको बता दें कि पुलिस ने यह भी दावा किया कि उनके पास 101 किसानों की सूची है, जिन्हें दिल्ली जाने की अनुमति दी गई है। पुलिस ने कहा, “हम पहले इन किसानों की पहचान सत्यापित करेंगे और फिर उन्हें आगे बढ़ने देंगे।” पुलिस का आरोप था कि किसान अपनी पहचान सत्यापित करने में सहयोग नहीं कर रहे थे और वे एक समूह के रूप में आगे बढ़ रहे थे, न कि 101 किसानों के जत्थे के रूप में। हालांकि, किसानों ने इस आरोप को खारिज किया और कहा कि उन्होंने पुलिस को कोई सूची नहीं दी है।
पुलिस कार्रवाई: आंसू गैस और बैरिकेड्स
वहीं पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए कई कदम उठाए। किसानों की ओर से विरोध किए जाने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश की। इसके अलावा, सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सड़क पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। शंभू और खनोरी बॉर्डर पर धारा 163 (पूर्व में धारा 144) के तहत निषेधाज्ञा भी लागू की गई है, जो पांच से अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक लगाती है।
#WATCH | Farmers’ ‘Dilli Chalo’ march | Visulas from the Shambhu border where Police use tear gas to disperse farmers pic.twitter.com/7htlxqZ0HU
— ANI (@ANI) December 8, 2024
सुरक्षा बलों की तैनाती
किसानों के विरोध के चलते पंजाब-हरियाणा सीमा पर सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। दोनों बॉर्डर पर सुरक्षा बलों की 13 टुकड़ियां तैनात की गई हैं। इनमें इंडियन रिजर्व बटालियन, रैपिड एक्शन फोर्स, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स और हरियाणा पुलिस के जवान शामिल हैं। इन सुरक्षा बलों की तैनाती किसानों के विरोध को नियंत्रित करने के लिए की गई है।
किसानों की मांग: MSP पर कानूनी गारंटी
किसानों ने दिल्ली जाने का कदम न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए कानूनी गारंटी की मांग और अन्य मुद्दों के समाधान के लिए उठाया था। वे चाहते हैं कि सरकार MSP को कानूनी रूप से सुरक्षित करे, ताकि किसान अपनी फसल का उचित मूल्य पा सकें। किसानों का कहना है कि उन्हें लंबे समय से अपनी मांगों के समाधान का इंतजार है, लेकिन सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है।
अगला कदम: दिल्ली पुलिस से अनुमति
किसानों ने फिलहाल दिल्ली चलो मार्च रोक दिया है, लेकिन उनकी मांगें अब भी वैसी की वैसी हैं। अब किसानों को दिल्ली पुलिस से आवश्यक अनुमति मिलने पर ही आगे बढ़ने की उम्मीद है। इस विवाद के चलते पंजाब और हरियाणा के किसान आंदोलन में और भी गर्मी आ सकती है, क्योंकि किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाए रखने के लिए तैयार हैं।