5 जिलों में बाढ़ की चेतावनी हुई जारी…40 सड़कें की बंद, प्रशासन ने सतर्क रहने की दी सलाह

शिमला : मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों में हल्की बाढ़ के जोखिम की चेतावनी जारी है। इसके साथ ही राज्य में बारिश के कारण 40 सड़कें बंद हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग के स्थानीय कार्यालय ने शनिवार तक शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी और बिलासपुर जिलों के कुछ हिस्सों में हल्के बाढ़ के.

शिमला : मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों में हल्की बाढ़ के जोखिम की चेतावनी जारी है। इसके साथ ही राज्य में बारिश के कारण 40 सड़कें बंद हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग के स्थानीय कार्यालय ने शनिवार तक शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी और बिलासपुर जिलों के कुछ हिस्सों में हल्के बाढ़ के जोखिम की चेतावनी जारी की है। इसने शुक्रवार को आदिवासी जिलों किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर राज्य के 12 में से 10 जिलों में भारी बारिश का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया।

मौसम विभाग देश में मौसम संबंधी अलर्ट जारी करने के लिए चार रंगों का उपयोग करता है। ये रंग और इनके संदेश.. ग्रीन (किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं), येलो (नजर रखें और निगरानी करते रहें), ऑरेंज (तैयार रहें) और रेड (कार्रवाई/सहायता की जरूरत) हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार मंडी में 16 सड़कें, कांगड़ा में 10, शिमला में नौ, कुल्लू में दो और सिरमौर, ऊना और लाहौल और स्पीति जिलों में एक-एक सहित कुल 40 सड़कें वाहनों के आवागमन के लिए बंद हैं।

केंद्र ने कहा कि राज्य में 32 बिजली परियोजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। इस बीच, राज्य के कुछ हिस्सों में मध्यम श्रेणी की बारिश हुई। देहरा गोपीपुर में सबसे अधिक 64 मिलीमीटर बारिश हुई । इसके बाद धर्मशाला में 55.2 मिलीमीटर, पालमपुर में 32.4 मिलीमीटर, सराहन में 22 मिलीमीटर, कसौली में 19 मिलीमीटर और कांगड़ा में 17.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

राज्य में 27 जून को शुरू हुए मानसून मौसम के बाद से अब तक सामान्य से 21 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मानसून की शुरुआत से अब तक राज्य में औसतन 648.1 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि इसके मुकाबले 509.3 मिलीमीटर बारिश हुई है। अधिकारियों ने बताया कि मानसून मौसम के दौरान बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 155 लोग जान गंवा चुके हैं और राज्य को 1,303 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

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