VISHWANATH TEMPLE VARANASI : वाराणसी। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में भव्य तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस बार मंदिर प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि वीआईपी और सुगम दर्शन की सुविधाएं पूरी तरह से स्थगित रहेंगी, ताकि सभी भक्तों को बाबा विश्वनाथ के दर्शन का समान अवसर मिल सके। मंदिर प्रशासन का कहना है कि इस कदम से हर भक्त को बिना विशेषाधिकार के दर्शन करने का मौका मिलेगा। दर्शन व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए मंदिर प्रशासन ने एक छोर से दूसरे छोर तक की व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतजाम किए हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर में इस बार महाशिवरात्रि के दिन भक्तों का तांता लगने की संभावना है। जिसे देखते हुए मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सुरक्षा और सुविधा के लिए पूरी तरह से तैयारियां कर ली हैं। महाशिवरात्रि के दौरान 32 घंटे तक बाबा विश्वनाथ के द्वार खुले रहेंगे ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु महादेव के दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।
#WATCH वाराणसी, उत्तर प्रदेश: महाशिवरात्रि से पहले काशी विश्वनाथ मंदिर को लाइटों से सजाया गया है।
(सोर्स: काशी विश्वनाथ मंदिर) pic.twitter.com/INHgssA3oI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 22, 2025
महाशिवरात्रि के दिन इस बार पांच अखाड़े एक साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे, लिहाजा उन अखाड़ों के दर्शन के समय आम श्रद्धालुओं का दर्शन बंद रहेगा। इसके साथ ही मंदिर प्रशासन द्वारा ऑनलाइन दर्शन की भी व्यवस्था श्रद्धालुओं के लिए की गई है ताकि जो श्रद्धालु वाराणसी नहीं पहुंच पा रहे हैं, वे दूर बैठे अपने घरों से ही बाबा विश्वनाथ का महाशिवरात्रि के दिन दर्शन कर सकें।
वाराणसी कमिश्नर कौशलराज शर्मा ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग काशी विश्वनाथ मंदिर और पूरे काशी में महाशिवरात्रि की तैयारियां जोरों पर हैं। मंदिर प्रशासन और पुलिस समेत सभी संबंधित विभाग व्यवस्था और सुरक्षा पर काम कर रहे हैं। आगामी कुंभ मेले को देखते हुए इस वर्ष का उत्सव विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जिसमें कई अखाड़े जुलूस में भाग लेंगे और शिवरात्रि पर मंदिर का दौरा करेंगे।
वाराणसी के कमिश्नर कौशलराज शर्मा ने कहा कि कुंभ मेले को देखते हुए इस वर्ष का उत्सव विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जिसमें कई अखाड़े जुलूस में भाग लेंगे और शिवरात्रि पर मंदिर का दौरा करेंगे। शिव भक्तों की भारी संख्या को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में ट्रैफिक नियंत्रण, पुलिस की तैनाती और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रशासन इस बार के महाशिवरात्रि को ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहा है।