नेशनल डेस्क: सैमसंग इंडिया और उसके अधिकारियों को भारत में स्थानीय अधिकारियों से 601 मिलियन डॉलर (करीब 4,960 करोड़ रुपए) का टैक्स नोटिस मिला है। सैमसंग पर आरोप है कि उसने “प्रमुख दूरसंचार उपकरणों के आयात पर टैरिफ़ से बचने” के लिए गलत तरीके से आयात किए। इसके चलते कंपनी को पिछला टैक्स और जुर्माना भरने का निर्देश दिया गया है।
सैमसंग पर आरोप?
भारत सैमसंग के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है, खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स और स्मार्टफोन के क्षेत्र में। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार अपने स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी दे रही है, लेकिन सैमसंग पर यह आरोप है कि उसने टेलीकॉम उपकरणों का आयात करके रिलायंस जियो को बेचे।
सैमसंग ने भारत में 2023 में इलेक्ट्रॉनिक्स और स्मार्टफोन की बिक्री से 955 मिलियन डॉलर का शुद्ध लाभ कमाया। हालांकि, कंपनी को कर वापसी का नोटिस मिला है, लेकिन वह इसे कर न्यायाधिकरण या अदालतों में चुनौती देने की योजना बना सकती है।
सैमसंग का रिएक्शन
सैमसंग का कहना है कि यह मामला सिर्फ टेलीकॉम उपकरणों के वर्गीकरण से जुड़ा है और कंपनी भारतीय कानूनों का पालन करती है। कंपनी इस मामले में अपने कानूनी विकल्पों पर विचार कर रही है।
विदेशी कंपनियों पर बढ़ सकती है चुनौतियां
हाल ही में, फॉक्सवैगन पर भी भारत में आयात कर विवाद उठ चुका है, जिसमें कंपनी पर 1.4 बिलियन डॉलर (करीब 11,600 करोड़ रुपए) का आयात कर लगाया गया था। भारत सरकार विदेशी कंपनियों द्वारा गलत तरीके से आयात शुल्क से बचने की कोशिशों पर सख्ती कर रही है, और यह टैक्स विवाद इसके संकेत दे रहे हैं कि विदेशी कंपनियों के लिए भारत में नियामक चुनौतियां बढ़ सकती हैं।