Mukhtar Ansari Death Live: माता-पिता की कब्र के पास दफनाया गया मुख्तार का शव, कब्रिस्तान में सिर्फ परिवार को जाने की मिली इजाजत

मुख्तार के जनाजे में उमड़ा हजारों समर्थकों का हुजुम।

गाजीपुर/लखनऊ। माफिया से नेता बने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का शव कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार (आज) को गाजीपुर जिले के उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के निकट कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि इससे पहले मुख्तार के पैतृक आवास से सुबह के समय जनाजा निकाला गया जिसमें उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी, पुत्र उमर अंसारी और भतीजे विधायक सुहेब अंसारी समेत परिवार के सदस्य तथा समर्थक शामिल रहे। उनके बड़े भाई एवं पूर्व विधायक सिगबतुल्लाह अंसारी समेत परिवार और रिश्तेदार भी जनाजे में शामिल हुए। इस दौरान भीड़ ने नारे भी लगाये।

दफन करने से पहले मुख्तार अंसारी की मूंछों पर आखिरी बार ताव देते नजर आए बेटे उमर अंसारी।

अफजाल अंसारी ने कब्रिस्तान पहुंचकर लोगों को समझाया कि भीड़ एकत्र न करें और शांति बनाये रखने की अपील की। बाद में सिगबतुल्लाह भी वहां पहुंचे। जनाजे की नमाजों के बाद कालीबाग कब्रिस्तान में अंसारी का शव दफनाया गया। सबसे पहले, मुख्तार के पैतृक आवास के निकट मैदान में भी नमाज पढ़ी गई। बाद में भी नमाज अदा की गई। साथ ही पुलिस, पीएसी (प्रादेशिक आर्म्‍ड कांस्टेबुलरी) और अर्धसैनिक बलों के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं।

पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था की गई है। मोहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक और अंसारी के भतीजे मोहम्मद सुहैब अंसारी उर्फ मन्नू अंसारी ने बताया कि उनके चचा मुख्तार अंसारी को शनिवार सुबह 10 बजे यूसुफपुर मोहम्मदाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान में दफनाया जायेगा। विधायक अंसारी ने शुक्रवार को ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा कि उनके चाचा मुख्तार अंसारी का कल रात (बृहस्पतिवार) इंतकाल हो गया था और शनिवार सुबह 10 बजे यूसुफपुर मोहम्मदाबाद (गाजीपुर) के कालीबाग कब्रिस्तान में उन्हें दफनाया जायेगा। उन्होंने कहा, ‘‘आप सबसे गुज़ारिश है कि मरहूम की मगफिरत के लिए दुआ करें।’’ एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि कालीबाग में ही अंसारी परिवार के लोगों को दफनाया जाता रहा है और मुख्तार को दफनाने के लिए उनके माता-पिता की कब्र के पास गड्ढा बनाया गया है।

दिल का दौरा पड़ने से हुई थी मौत
मुख्तार अंसारी को बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी। मुख्तार के परिजनों ने अंसारी को जेल में धीमा जहर देने का आरोप लगाया था। हालांकि, अंसारी के पोस्टमॉर्टम से इस बात की पुष्टि हुई है कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। अस्पताल के सूत्रों ने यह जानकारी दी।

400 किलोमीटर की दूरी तय कर रात 10 बजे पैतृक आवास पर पहुंचा शव
बांदा मेडिकल कालेज में शुक्रवार को अंसारी के शव का पोस्टमार्टम कराये जाने के बाद शाम पौने पांच बजे 26 वाहनों के सुरक्षा काफिले के साथ उसका शव करीब साढ़े आठ घंटे में लगभग 400 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद देर रात एक बजकर 10 मिनट पर उसके पैतृक आवास पर लाया गया। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अंसारी के आवास पर काफी भीड़ जमा हो गई।

मुख्तार अंसारी का जनाजा कड़ी सुरक्षा के बीच निकल रहा है। अब से कुछ ही देर बाद उसके शव को काली बाग कब्रिस्तान में दफ़न किया जायेगा। जनाजे के साथ भारी भीड़ है।      

थोड़ी देर में सुपुर्द-ए-ख़ाक किया जाएगा मुख्तार अंसारी। कब्रिस्तान में सिर्फ परिवार को जाने की इजाजत

मुख्तार को किया जा रहा सुपुर्द-ए-खाक, समर्थकों की भारी भीड़,परिवार को ही कब्रिस्तान के अंदर जाने की इजाजत

मुख्तार अंसारी को किया गया दफन, कब्रिस्तान में अंदर घुसने की कोशिश कर रहे लोगों को सुरक्षा बल ने खदेड़ा

अफजाल अंसारी ने भीड़ एकत्र न करें और शांति बनाये रखने की अपील
मुख्तार अंसारी के शव को दफनाने के लिए शनिवार सुबह युसूफपुर मोहम्मदाबाद स्थित उनके पैतृक आवास से कालीबाग स्थित कब्रिस्तान ले जाया गया। इस दौरान वहां पहले से ही काफी लोग पहुंचे हुए थे। पैतृक आवास से सुबह के समय जनाजा निकला गया जिसमें उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी, पुत्र उमर अंसारी और भतीजे विधायक सुहेब अंसारी समेत परिवार के सदस्य तथा समर्थक शामिल रहे। उनके बड़े भाई एवं पूर्व विधायक सिगबतुल्लाह अंसारी भी जनाजे में शामिल हुए। इस बीच भीड़ ने नारे भी लगाये। अफजाल अंसारी ने कब्रिस्तान पहुंचकर लोगों को समझाया कि भीड़ एकत्र न करें और शांति बनाये रखने की अपील की। बाद में सिगबतुल्लाह भी वहां पहुंचे। जनाजे की नमाज के बाद कालीबाग कब्रिस्तान में अंसारी का शव दफनाया गया। इससे पहले, मुख्तार के पैतृक आवास के निकट मैदान भी नमाज पढ़ी गई।

चप्पे-चप्पे पर तैनात रही सुरक्षा बल
पुलिस बल और सुरक्षा एजेंसियां यहां लगातार स्थिति पर नजर रख रही हैं और अंसारी के आवास से करीब आधा किलोमीटर दूर कालीबाग कब्रिस्तान तक सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया है। पुलिस, पीएसी और अर्धसैनिक बलों के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं। भीड़ बढ़ती देखकर बाद में सुरक्षाबल के और भी जवान तैनात किए गये। पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गये हैं। पुलिस ने जांच के बाद ही कब्रिस्तान में लोगों को जाने दिया।

माता-पिता की कब्र के पास मुख्तार के शव को दफनाया गया!
एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि कालीबाग में ही अंसारी परिवार के लोगों को दफनाया जाता रहा है और मुख्तार के शव को दफनाने के लिए उनके माता-पिता की कब्र के पास गड्ढा खोदा गया है।

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