नेशनल डेस्क : मंगलवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी कि पुण्यतिथि के अवसर पर सीएम योगी ने लखनऊ में एक कार्यक्रम में सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव के द्वारा लगाए गए आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
महाकुंभ को लेकर अखिलेश यादव पर हमला
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ लोग हमेशा नकारात्मकता फैलाने का काम करते हैं। महाकुंभ में देश भर से श्रद्धालु आ रहे हैं और अब तक 45 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। यह एक बहुत बड़ी घटना है, लेकिन कुछ लोग इसके बारे में भी नकारात्मक बातें फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं, जिन्होंने अपने जीवन में सरकार से वीवीआईपी ट्रीटमेंट लिया है और अपने परिवार के लिए भी यह सुविधाएं सुनिश्चित कीं। योगी ने यह भी कहा कि ये लोग भारत और सनातन धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार करते रहते हैं।
‘सबका साथ-सबका विकास’ का महत्व
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र का महत्व बताया और इसे ‘अंत्योदय’ से जोड़ा। उन्होंने कहा कि इसी मंत्र की वजह से देश में 4 करोड़ गरीबों के लिए मकान बनाए गए हैं और यह सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है।
अखिलेश यादव का महाकुंभ पर बयान
पिछले कुछ दिनों में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ को लेकर यूपी सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने विशेष रूप से प्रयागराज में यातायात जाम की समस्या को लेकर सरकार पर सवाल उठाए थे। अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में भयंकर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इससे श्रद्धालुओं को खाने-पीने की चीजें, दवाइयां, और पेट्रोल-डीजल तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इसके कारण करोड़ों श्रद्धालु भूखे-प्यासे और थके-हारे हालत में फंसे हुए हैं।
व्यवस्थाओं पर सवाल
अखिलेश यादव ने कहा कि यदि किसी राज्य में संवैधानिक तंत्र विफल हो जाता है तो शासन की कमान किसी सक्षम व्यक्ति को देनी चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार के अयोग्य लोग सिर्फ झूठा प्रचार कर सकते हैं, लेकिन सही व्यवस्थाएं नहीं बना सकते। अखिलेश ने यह भी दावा किया कि श्रद्धालुओं के मोबाइल फोन की बैटरियां खत्म हो चुकी हैं, जिसके कारण वे अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं और इससे उनकी स्थिति और भी खराब हो रही है।
मुख्यमंत्री की कड़ी प्रतिक्रिया
योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के इन बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और इसे सिर्फ नकारात्मकता फैलाने का प्रयास बताया। उन्होंने महाकुंभ के आयोजन को एक बड़ी सफलता बताया और इस दौरान हुई व्यवस्थाओं की सराहना की।