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भारत आएंगे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, PM मोदी का न्योता स्वीकार किया

नेशनल डेस्क: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत की यात्रा पर आने वाले हैं। पुतिन ने ने पीएम मोदी को न्योता स्वीकार कर लिया है। इस बात की पुष्टि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने गुरूवार को की। पुतिन की यात्रा की तैयारी जारी रूसी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, विदेश मंत्री लावरोव.

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नेशनल डेस्क: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत की यात्रा पर आने वाले हैं। पुतिन ने ने पीएम मोदी को न्योता स्वीकार कर लिया है। इस बात की पुष्टि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने गुरूवार को की।

पुतिन की यात्रा की तैयारी जारी
रूसी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, विदेश मंत्री लावरोव ने “रूस और भारत: एक नए द्विपक्षीय एजेंडे की ओर”सम्मेलन के दौरान बताया कि भारत, पुतिन की यात्रा की तैयारियां कर रहा है। यह सम्मेलन रूस में भारतीय दूतावास और रूसी अंतर्राष्ट्रीय मामलों की परिषद (RIAC) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था।

भारत यात्रा की तैयारियां चल रही: लावरोव
लावरोव ने कहा, “राष्ट्रपति पुतिन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निमंत्रण मिला है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। उनकी भारत यात्रा की तैयारियां चल रही हैं।”

मोदी की रूस यात्रा की चर्चा भी तेज
इसके अलावा, खबरों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 मई को रूस के मास्को में आयोजित होने वाली सैन्य परेड में शामिल हो सकते हैं। यह परेड ग्रेट पैट्रियटिक वॉर (द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत संघ की जीत) की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में रेड स्क्वायर पर होगी।

TASS की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय सेना की एक औपचारिक टुकड़ी भी इस परेड में हिस्सा ले सकती है।
-भारत-रूस संबंधों में नई मजबूती
-पिछले साल जुलाई में पीएम मोदी ने 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस का दौरा किया था।
– अब पुतिन की भारत यात्रा और मोदी की संभावित रूस यात्रा दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में अहम मानी जा रही हैं।
– दोनों देशों के बीच रक्षा, व्यापार और रणनीतिक साझेदारी पर महत्वपूर्ण चर्चाएं हो सकती हैं।

रूस में भारतीय सेना की भागीदार
TASS ने सैन्य सूत्रों के हवाले से बताया कि भारतीय सैनिकों की एक टुकड़ी इस परेड में शामिल हो सकती है। इसके लिए उन्हें परेड से कम से कम एक महीने पहले रिहर्सल के लिए मास्को भेजा जा सकता है।

रूस-भारत की बढ़ती दोस्ती
रूस और भारत के बीच सैन्य और रणनीतिक सहयोगलंबे समय से मजबूत रहा है। पुतिन की भारत यात्रा और मोदी की संभावित रूस यात्रा इस रिश्ते को नए स्तर पर ले जाने का संकेत देती है।

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