ऩई दिल्लीः आज साल का आखिरी सूर्यग्रहण लग रहा है। यह साल का दूसरा सूर्य ग्रहण होगा। जानकारी के अनुसार भारतीय समय के मुताबिक रात 8.34 बजे यह शुरू होगा और रविवार की सुबह 2.24 पर खत्म होगा। यह सूर्य ग्रहण लगभग छह घंटे चलेगा। यह सूर्य ग्रहण वलयाकार में होगा। जिसमें सूर्य एक अंगूठी यानी रिंग के आकार में नजर आएगा। जिस कारण से रिंग ऑफ फायर कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह सूर्य ग्रहण आश्विन माह की सर्वपितृ अमावस्या तिथि पर लगेगा।
विज्ञान में आपने पढ़ा होगा कि सूर्य अपनी जगह पर स्थिर है। वहीं पृथ्वी उसका चक्कर लगाती है। वहीं चांद पृथ्वी का चक्कर लगाता है और साथ ही सूर्य का भी चक्कर लगाता है। कई बार चांद धरती का चक्कर लगाते हुए सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है। इसके कारण धरती पर पड़ने वाला सूर्य का प्रकाश बाधित होता है। अगर अंतरिक्ष से सूर्य ग्रहण को देखेंगे तो पता चलेगा कि धरती पर एक बड़ी परछाई है, जो चांद की होती है। बाताया जाता है कि नहीं देखना चाहिए सूर्य ग्रहण। इसके लिए खास तरह के चश्मे आते हैं। दूरबीन या टेलीस्कोप से भूलकर भी सूर्य ग्रहण न देखें, क्योंकि इससे गंभीर नुकसान हो सकता है।
सूर्य ग्रहण में सूतक काल का प्रभाव नहीं रहेगा
इस सूर्य ग्रहण में सूतक काल का प्रभाव नहीं रहेगा, जिस कारण से मंदिरों और घरों पर पूजा पाठ पहले की ही तरह होंगे।
सूर्य ग्रहण में ये बरतें गर्भवती महिलाएं सावधानी
ग्रहण ना देखेंः सबसे जरूरी गर्भवती महिला को ग्रहण को नहीं देखना चाहिए. इस दौरान उसे घर से बाहर बिल्कुल नहीं निकलना चाहिए।
धारदार चीजों से रहें दूरः वहीं, गर्भवती महिला को ग्रहण के दौरान किसी भी धारदार चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, जैसे- चाकू कैंची।
ग्रहण के बाद स्नानः वहीं, ग्रहण के बाद और पहले गर्भवती महिला को स्नान जरूर करना चाहिए. वहीं, दुर्वा घास हाथ में लेकर भगवान का ध्यान और मंत्र जाप करना चाहिए.
सिलाई ना करेंः गर्भवती महिला ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए, खाना ना पकाएं, सिलाई का काम ना करें, मेकअप ना करें।
दुर्गा स्तुति करेंः ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को तुलसी की पत्ती का सेवन करके दुर्गा स्तुति या फिर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। इससे घर में और विचार में सकारात्मकता आती है।