नई दिल्ली : कांग्रेस कर्नाटक के बेलगावी में एक ऐतिहासिक अधिवेशन आयोजित करने जा रही है। यह अधिवेशन खासतौर पर 1924 के कांग्रेस अधिवेशन की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रहा है, जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कांग्रेस के अधिवेशन की अध्यक्षता की थी। उस समय यह स्थान बेलगाम के नाम से जाना जाता था। इस अधिवेशन में करीब 70,000 लोग एकत्रित हुए थे, जो स्वतंत्रता संग्राम के लिए एक अभूतपूर्व संख्या मानी जाती है। अब कांग्रेस इस अधिवेशन के ऐतिहासिक महत्व को याद करते हुए बेलगावी में फिर से अधिवेशन आयोजित कर रही है।
कांग्रेस द्वारा पोस्टर में कश्मीर के नक्शे का विवाद
दरअसल, इस आयोजन के लिए तैयारियां चल रही थीं, लेकिन इस बीच एक पोस्टर को लेकर विवाद उठ गया। कांग्रेस द्वारा लगाए गए एक पोस्टर में भारत का नक्शा दिखाया गया था, लेकिन उसमें कश्मीर का हिस्सा गायब था। इस गलती ने माहौल को गरमा दिया, और बीजेपी ने इसे राष्ट्रीय एकता और कांग्रेस के रुख पर गंभीर सवाल उठाने का मुद्दा बना लिया। बीजेपी ने इस घटना को कांग्रेस का राष्ट्रविरोधी चेहरा बताकर पार्टी पर हमला किया।
CWC की विस्तारित बैठक ‘नव सत्याग्रह’ में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge और नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi बेलगावी पहुंचे हैं।
बेलगावी में आयोजित इस बैठक में देश के जरूरी मुद्दों पर चर्चा होगी और पार्टी की रणनीतिक दिशा तय की जाएगी।
हम महात्मा गांधी और बाबा… pic.twitter.com/yaXfcotIAy
— Congress (@INCIndia) December 26, 2024
बीजेपी का कांग्रेस पर हमला
बीजेपी ने कांग्रेस के इस पोस्टर को लेकर आरोप लगाए और इसे एक बड़ी चूक बताया। बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारत के नक्शे के साथ छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है और कांग्रेस को इस पर जवाब देना चाहिए। बीजेपी ने यह भी कहा कि इस तरह की गलती से यह साबित होता है कि कांग्रेस भारत को तोड़ने का सपना देख रही है। हालांकि, कांग्रेस की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह गलती एक प्रिंटिंग प्रेस की वजह से हुई थी, और जैसे ही गलती का एहसास हुआ, पोस्टर को हटा लिया गया था।
कांग्रेस अधिवेशन का ऐतिहासिक महत्व
1924 में बेलगावी (तत्कालीन बेलगाम) में हुआ कांग्रेस अधिवेशन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का महत्वपूर्ण हिस्सा था। उस अधिवेशन में महात्मा गांधी की अध्यक्षता में असहयोग आंदोलन को और गति मिली थी। गांधीजी ने इस अधिवेशन में चरखा कातने और स्वदेशी सामान के इस्तेमाल का आह्वान किया था। इस अधिवेशन ने भारत की स्वतंत्रता संग्राम में एक नया मोड़ डाला था, और इस अवसर पर कांग्रेस अब एक बार फिर ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
कांग्रेस का 2024 में होने वाला अधिवेशन महात्मा गांधी के नेतृत्व में हुए ऐतिहासिक अधिवेशन की शताब्दी के रूप में विशेष महत्व रखता है। हालांकि, इस अधिवेशन से पहले पोस्टर में कश्मीर के नक्शे को लेकर विवाद ने राजनीति का तापमान बढ़ा दिया है, जिसे बीजेपी ने कांग्रेस के राष्ट्रविरोधी चेहरे के तौर पर पेश किया है।
कर्नाटक में कांग्रेस का भव्य आयोजन
कर्नाटक में कांग्रेस इस अवसर पर एक भव्य समारोह आयोजित करने जा रही है। इस समारोह के तहत शहर को मैसुरु दशहरा की तरह सजाया जाएगा, जो कांग्रेस अधिवेशन की शताब्दी का प्रतीक होगा। इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल होंगे।
बेलगावी का कांग्रेस अधिवेशन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, और इस बार इसका आयोजन कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक क्षण के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, इस आयोजन से पहले पोस्टर में कश्मीर का हिस्सा गायब होने को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को घेर लिया है, जिससे यह मुद्दा गरमा गया है।