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लालू यादव ने CM नीतीश को दिया New Year Gift … बोले भाग जाते हैं, माफ करना मेरा फर्ज

बिहार : नए साल आते ही बिहार की सियासत में एक बार फिर से खलबली मच गई। नववर्ष पर राजद सुप्रीमो लालू यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शुभकामनाएं तो दी ही, इसके साथ ही फिर से साथ आने का प्रस्ताव दे दिया। हालांकि, नीतीश कुमार और राजीव कुमार ने इस बात को.

बिहार : नए साल आते ही बिहार की सियासत में एक बार फिर से खलबली मच गई। नववर्ष पर राजद सुप्रीमो लालू यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शुभकामनाएं तो दी ही, इसके साथ ही फिर से साथ आने का प्रस्ताव दे दिया। हालांकि, नीतीश कुमार और राजीव कुमार ने इस बात को साफ नाकार दिया है। इसके साथ ही बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि साल 2025  नीतीश कुमार के लिए “अलविदा” का साल होगा और बिहार में नई सरकार का गठन होगा। चलिए जानते है इस पूरी खबर को विस्तार से..

RJD ने साथ आने का दिया ऑफर 

आपको बता दें कि बिहार की सियासत में RJD सुप्रीमो लालू यादव के एक बयान ने खलबली मचा दी है। उनके बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर से साथ आने का प्रस्ताव दिया है, जिसे लेकर राजीव कुमार और नीतीश कुमार के नेताओं की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। लालू यादव ने नए साल के मौके पर नीतीश कुमार को फिर से RJD के साथ आने का ऑफर दिया है। उन्होंने कहा कि उनका दरवाजा नीतीश कुमार के लिए हमेशा खुला रहेगा। यहां तक कि लालू ने ये भी कहा कि नीतीश कुमार को भी अपना दरवाजा खुला रखना चाहिए। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार भाग सकते हैं, लेकिन हमने उन्हें माफ कर दिया है, और उन्हें माफ करना मेरा फर्ज है।”

नीतीश कुमार और JDU की प्रतिक्रिया

लालू यादव के इस बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “क्या बोल रहे हैं, छोड़िए ना।” इसका मतलब था कि वह लालू यादव के बयान पर ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते थे। इसके अलावा, जेडीयू नेता विजय चौधरी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि उनकी पार्टी और मुख्यमंत्री का स्टैंड क्लियर है। वे NDA में ही रहेंगे और कोई कन्फ्यूजन नहीं है।

तेजस्वी यादव ने दिया अलग बयान

लालू यादव के बयान के बाद, उनके बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2025 में नीतीश कुमार के लिए “अलविदा” का साल होगा और बिहार में नई सरकार का गठन होगा। तेजस्वी ने नीतीश कुमार को “थका हुआ नेता” बताते हुए कहा कि अब बिहार में बदलाव की आवश्यकता है। उनका कहना था कि 20 साल से एक ही प्रकार के नेता के साथ काम करना सही नहीं है, और अब नए नेतृत्व की जरूरत है।

RJD में कन्फ्यूजन

लालू यादव और तेजस्वी यादव के बयानों से RJD में कन्फ्यूजन की स्थिति बन गई है। एक ओर जहां लालू ने नीतीश कुमार को साथ आने का ऑफर दिया है, वहीं तेजस्वी यादव उनका विरोध कर रहे हैं। इस स्थिति ने बिहार की सियासत को और भी दिलचस्प बना दिया है। लालू यादव के बयान ने बिहार की राजनीति को फिर से गर्म कर दिया है। जहां एक तरफ उनके बयान से संभावना जताई जा रही है कि वे नीतीश कुमार के साथ आ सकते हैं, वहीं दूसरी तरफ तेजस्वी यादव का बयान साफ दिखाता है कि वे नीतीश कुमार से आगे बढ़ना चाहते हैं। इस तरह से बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में इसका क्या असर होता है।

 

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