नई दिल्ली : लोकसभा का शीतकालीन सत्र इन दिनों चल रहा है। इसी बीच कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी एक खास बैग के साथ संसद भवन पहुंचीं। इस बैग पर “Palestine” लिखा हुआ था। इस बैग को लेकर पूरे सत्र में राजनीति तेज हो गई है। उनकी इस हरकत के बाद से ही सियासी गलियारों में विवाद पैदा हो गया। बीजेपी ने इस कदम की आलोचना की और उनके इस कदम को “तुष्टिकरण” करार दिया। वहीं प्रियंका गांधी ने बीजेपी की आलोचना का जवाब देते हुए इसे “पितृसत्ता” बताया। उन्होंने कहा, “यह आलोचना पितृसत्ता है, जहां मुझे यह बताया जा रहा है कि क्या पहनना है और क्या नहीं पहनना है। मैं पितृसत्ता का समर्थन नहीं करती और मैं वही पहनूंगी, जो मैं चाहती हूं।”
बीजेपी का प्रियंका गांधी पर हमला…
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि -“प्रियंका गांधी मुस्लिम वोट बैंक को तुष्ट करने के लिए इस बैग के जरिए फिलिस्तीन का समर्थन कर रही हैं।” उनके इस बयान के बाद से बीजेपी और कांग्रेस के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। प्रियंका पर विपक्ष ने आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि प्रियंका गांधी इस बैग के जरिए फिर से फिलिस्तीन के समर्थन में आई हैं। विपक्षी नेताओं का मानना है कि प्रियंका गांधी इस कदम के जरिए राजनीति कर रही हैं।
पहली बार नहीं है…
विपक्ष के आरोपों के बीच यह भी बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब प्रियंका गांधी ने फिलिस्तीन का समर्थन किया हो। कुछ दिन पहले फिलिस्तीन के राजदूत Abed Elrazeg Abu Jazer भारत दौरे पर आए थे। प्रियंका गांधी से उनकी मुलाकात हुई थी। इस मौके पर राजदूत ने प्रियंका को उनके वायनाड सीट से चुनाव जीतने पर बधाई भी दी थी।
हमास और इजरायल के बीच युद्ध … प्रियंका
इस साल हमास और इजरायल के बीच जारी संघर्ष को एक साल पूरा होने पर प्रियंका गांधी ने इजरायल पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा कि गाजा में अब तक 7,000 लोगों की हत्या हो चुकी है। इनमें से 3,000 मासूम बच्चे शामिल हैं। प्रियंका ने इस पर गंभीर चिंता जताते हुए हिंसा पर निंदा की थी। प्रियंका गांधी के इस बैग से जुड़ा विवाद अब राजनीति में नया तकरार ला चुका है। बीजेपी इस मामले में उन्हें घेरने की पूरी कोशिश कर रही है।
प्रियंका गांधी ने बीजेपी का किया पलटवार
प्रियंका गांधी ने बीजेपी की आलोचना का जवाब देते हुए इसे “पितृसत्ता” बताया। उन्होंने कहा, “यह आलोचना पितृसत्ता है, जहां मुझे यह बताया जा रहा है कि क्या पहनना है और क्या नहीं पहनना है। मैं पितृसत्ता का समर्थन नहीं करती और मैं वही पहनूंगी, जो मैं चाहती हूं।”