नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से एक बड़ा हादसा सामने आया है। मान मंदिर घाट के पास एक नाव डूब गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। हादसा तब हुआ जब बड़ी नाव और छोटी नाव के बीच टक्कर हो गई। इस घटना में कुल 60 लोग सवार थे, जो उड़ीसा के निवासी थे। राहत की बात यह रही कि NDRF (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और पुलिस ने सभी 60 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया है।
राहत की बात, सभी यात्री थे सुरक्षित
हादसे के समय सभी 60 यात्रियों ने लाइफ जैकेट पहने हुए थे, जिसकी वजह से उनकी जान बच गई। NDRF और पुलिस की तत्परता से सभी को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। यह घटना न केवल यात्रियों के लिए बल्कि बचाव टीम के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गई थी, लेकिन समय रहते कार्रवाई के कारण कोई बड़ी क्षति नहीं हुई।
प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़
इसी तरह का एक और बड़ा हादसा हाल ही में “मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज के महाकुंभ में हुआ था। मौनी अमावस्या के मौके पर संगम क्षेत्र में पवित्र स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे, जिसके कारण मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
भगदड़ कैसे हुई?
महाकुंभ मेला के DIG वैभव कृष्ण ने बताया कि यह घटना तब हुई जब मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए बड़ी भीड़ जुट गई थी। ब्रह्म मुहूर्त से पहले रात एक से दो बजे के बीच, मेला क्षेत्र में अखाड़ा मार्ग पर भीड़ का दबाव बहुत बढ़ गया था। इस दबाव के कारण अवरोधक टूट गए और लोग दूसरी तरफ लांघते हुए ब्रह्म मुहूर्त के स्नान का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचलने लगे। इस कारण भगदड़ मच गई और हादसा हो गया।
वाराणसी और प्रयागराज में हुए इन हादसों से यह स्पष्ट होता है कि जब बड़ी संख्या में लोग एक जगह इकट्ठा होते हैं, तो सुरक्षा व्यवस्थाओं का सख्ती से पालन करना आवश्यक है। हालांकि, समय रहते हुए बचाव कार्यों के कारण बड़ी क्षति से बचा गया, लेकिन इस तरह की घटनाओं से सभी को सुरक्षा के महत्व को समझने की आवश्यकता है।