नई दिल्ली : हर साल की तरह, इस साल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर शरीफ दरगाह के लिए चादर भेजी है। यह प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भेजी गई 11वीं चादर है। इस बार चादर केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू को सौंपा गया है, जो इसे अजमेर शरीफ दरगाह तक लेकर जाएंगे।
अजमेर शरीफ की दरगाह में 813वां उर्स
आपको बता दें कि अजमेर की मशहूर दरगाह, जो गरीब नवाज हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की है, में इस साल 813वां उर्स समारोह शुरू हो चुका है। इस खास मौके पर, प्रधानमंत्री मोदी की भेजी गई चादर को 4 जनवरी को अजमेर शरीफ की मजार पर चढ़ाया जाएगा।
Greetings on the Urs of Khwaja Moinuddin Chishti. May this occasion bring happiness and peace into everyone’s lives. https://t.co/vKZDwEROli
— Narendra Modi (@narendramodi) January 2, 2025
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू की यात्रा
वहीं केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरण रिजिजू 4 जनवरी को अजमेर में पीएम मोदी की चादर पेश करने के लिए पहुंचेंगे। उनके साथ बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता भी होंगे। यात्रा की शुरुआत सुबह 9:30 बजे हजरत निजामुद्दीन दरगाह से होगी, जहां वे चादर लेकर जाएंगे। इसके बाद उनका काफिला महरौली दरगाह होते हुए जयपुर के लिए रवाना होगा। 5 जनवरी को वे अजमेर में पीएम की चादर मजार पर चढ़ाएंगे।
हाजी सलमान चिश्ती का स्वागत संदेश
अजमेर दरगाह के खादिम और चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन हाजी सलमान चिश्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजी चादर का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह चादर पूरे देश के 140 करोड़ लोगों के लिए एक तोहफा है, जो मोहब्बत, शांति और एकता का प्रतीक है।
अजमेर दरगाह में मंदिर के दावे पर विवाद
इस अवसर पर एक और विवाद भी सामने आया। हाल ही में हिंदू राष्ट्र सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने अजमेर शरीफ दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा किया था और इस मुद्दे को लेकर उन्होंने कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इस मामले की अगली सुनवाई 24 जनवरी को होगी।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भेजी गई चादर एक बार फिर से देश में भाईचारे, शांति और एकता का संदेश देती है। इस दौरान अजमेर शरीफ दरगाह में हो रही धार्मिक गतिविधियां भी देशभर के लोगों को एक साथ जोड़ने का काम करती हैं।