मुंबई: विश्व बाजार के कमजोर रुख से हुई बिकवाली के दबाव में बीते सप्ताह मामूली गिरावट पर रहे घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह वैश्विक रुझान के साथ ही रिजर्व बैंक (आरबीआई) की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के निर्णय का असर रहेगा। बीते सप्ताह बीएसई का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 180.74 अंक टूटकर सप्ताहांत पर 65828.41 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 35.95 अंक गिरकर 19638.30 अंक पर रहा।
वहीं, समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों में हुई लिवाली की बदौलत बाजार को समर्थन मिला। इस दौरान मिडकैप 391.95 अंक की तेजी के साथ सप्ताहांत पर 32340.71 अंक और स्मॉलकैप 504.75 अंक उछलकर 37562.23 अंक पर पहुंच गया। विश्लेषकों के अनुसार, आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक 04 से 06 अक्टूबर को होना प्रस्तावित है।
अगस्त की बैठक में केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दरों को यथावत रखा था लेकिन अगले सप्ताह होने वाली बैठक में रेपो दर में चौथाई प्रतिशत की कटौती किये जाने की उम्मीद जताई जा रही है। इसका असर बाजार पर अगले सप्ताह देखा जा सकेगा। इसके अलावा दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की स्थिति और विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमतों की अगले सप्ताह शेयर बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश रुख का भी बाजार पर असर रहेगा। एफआईआई ने सितंबर में 26,692.16 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। वहीं, आलोच्य अवधि में घरेलू संस्थागत निवेशक 20,312.65 करोड़ रुपये के लिवाल रहे हैं, जिससे बाजार को बल मिला है।