मुंबई: कमजोर वैश्विक रुझान से हुई भारी बिकवाली के दबाव में बीते सप्ताह दो प्रतिशत से अधिक लुढ़के घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के फैसले का असर रहेगा। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1290.87 अंक अर्थात 2.13 प्रतिशत का गोता लगाकर सप्ताहांत पर 59330.90 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 403.45 अंक यानी 2.24 प्रतिशत लुढ़ककर 17624.20 अंक पर रहा। समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों में भी भारी बिकवाली हुई। इससे मिडकैप 666.35 अंक की गिरावट लेकर 24338.84 अंक और स्मॉलकैप 1006.34 अंक टूटकर 27623.85 अंक पर रहा।
विश्लेषकों के अनुसार, अगले सप्ताह 31 जनवरी से 01 फरवरी तक अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओपेन मार्केट कमेटी की बैठक होने वाली है, जिसमें महंगाई को नियंत्रित करने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने की संभावना प्रबल है। इससे पूर्व भी फेड रिजर्व ब्याज दरों में वृद्धि करने का सिलसिला नए साल में भी जारी रखने का संकेत दे चुका है। अगले सप्ताह बाजार पर इसका असर दिखाई देगा। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर अगले सप्ताह जनवरी में वाहनों की हुई बिक्री का आंकड़ा भी जारी होने वाला है। साथ ही कई दिग्गज कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के परिणाम आएंगे। अगले सप्ताह बाजार को दिशा देने में इन कारकों को भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।