विनिर्माण PMI के मुताबिक फरवरी में स्थिर गति से वृद्धि हुई

नई दिल्ली: भारत के विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि की रफ्तार फरवरी में स्थिर रही। इस दौरान नए ठेके मिलने और उत्पादन बढ़ने से वृद्धि दर जनवरी के समान रही। एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई। मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल भारत विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) फरवरी में 55.3 पर था। यह.

नई दिल्ली: भारत के विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि की रफ्तार फरवरी में स्थिर रही। इस दौरान नए ठेके मिलने और उत्पादन बढ़ने से वृद्धि दर जनवरी के समान रही। एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई। मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल भारत विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) फरवरी में 55.3 पर था। यह आंकड़ा जनवरी के 55.4 से मामूली सा कम है। फरवरी के पीएमआई आंकड़ों ने लगातार 20वें महीने के दौरान समग्र परिचालन दशाओं में सुधार की ओर संकेत किया।

पीएमआई की भाषा में 50 से अधिक अंक का अर्थ है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है, जबकि 50 से कम अंक संकुचन को दर्शाता है। बुधवार को जारी सर्वेक्षण के अनुसार, ”भारत के विनिर्माण उद्योग ने वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही के मध्य में उत्पादन में मजबूत वृद्धि और नये आॅर्डर को बनाए रखा है, हालांकि अंतरराष्ट्रीय बिक्री की वृद्धि दर में उल्लेखनीय कमी आई है।” सर्वेक्षण के अनुसार 98 प्रतिशत लोगों ने रोजगार में कोई बदलाव नहीं होने की जानकारी दी।एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की संयुक्त निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा कि नौकरियों में वृद्धि की कवायद विफल रही, क्योंकि कंपनियों के पास वर्तमान जरूरतों के लिए पर्याप्त कर्मचारी थे।

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