कंपनी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशीष महापात्र ने कहा, ‘‘हम अपने इस्पात कारोबार को अगले तीन वर्षों में मौजूदा के 20 लाख टन से बढ़ाकर 40 लाख टन प्रतिवर्ष से अधिक करने के लिए करीब 35 करोड़ अमेरिकी डॉलर या लगभग 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र के कर-पूर्व आय (एबिटडा) में भी मौजूदा स्तर से 2.5 गुना तक वृद्धि होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि विस्तार के लिए पूंजी आंतरिक स्नेतों, कर्ज और इक्विटी के जरिये जुटाई जाएगी। कंपनी एलएंडटी, अदाणी, जे कुमार, दिलीप बिल्डकॉन, अशोका बिल्डकॉन जैसी कंपनियों को इस्पात की आपूíत करती है।