इस्लामाबाद : नकदी संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान ने अपनी चरमराती अर्थव्यवस्था को फिर खड़ा करने के उद्देश्य से दुनियाभर के निवेशकों को आकर्षित करने को नई वीजा नीति पेश की है। यह निर्णय देश की आर्थिक समस्याओं से निपटने के लिए पूर्ववर्ती शहबाज शरीफ सरकार द्वारा स्थापित एक नागरिक-सैन्य हाइब्रिड निकाय ‘विशेष निवेश सुविधा परिषद’ (एसआईएफसी) के तहत आयोजित दो दिवसीय परामर्श बैठक में लिया गया था। कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने एसआईएफसी की पांचवीं शीर्ष समिति की बैठक की अध्यक्षता की थी।