जुझारू बने रहने के लिए एआई जैसी प्रौद्योगिकी में निवेश कर रही हैं छोटी और मझोली कंपनियां : रिपोर्ट

नयी दिल्ली: लघु और मझोले आकार की कंपनियां मार्केटिंग या विपणन के महत्व को लेकर आशान्वित हैं। लिंक्डइन के एक नए शोध में यह तथ्य सामने आया है। इसमें कहा गया है कि इस तरह की कई कंपनियों या व्यवसायों ने अपनी विपणन रणनीति के तहत कृत्रिम मेधा (एआई) जैसी प्रौद्योगिकियों में निवेश करना शुरू.

नयी दिल्ली: लघु और मझोले आकार की कंपनियां मार्केटिंग या विपणन के महत्व को लेकर आशान्वित हैं। लिंक्डइन के एक नए शोध में यह तथ्य सामने आया है। इसमें कहा गया है कि इस तरह की कई कंपनियों या व्यवसायों ने अपनी विपणन रणनीति के तहत कृत्रिम मेधा (एआई) जैसी प्रौद्योगिकियों में निवेश करना शुरू कर दिया है। लिंक्डइन के अध्ययन के मुताबिक, चुनौतीपूर्ण अर्थव्यवस्था में अपने कदम मजबूती से जमाए रखने के लिए मझोले आकार के दस में से नौ कारोबार एआई और स्वचालन (ऑटोमेशन) में निवेश कर रहे हैं।

इस अध्ययन में भारत के छोटे और मध्यम आकार की कंपनियों के 309 वरिष्ठ अधिकारियों से बात की गई। यह सर्वे ऑनलाइन तरीके से 15 से 23 मार्च, 2023 के बीच किया गया। इसके मुताबिक इन कंपनियों या कारोबार की शीर्ष प्राथमिकता अपने ग्राहक आधार का विस्तार करना, कारोबारी राजस्व तथा बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाना और ब्रांड के भरोसे को बनाना है। इन उद्देश्यों को पाने के लिए 90 प्रतिशत कंपनियों ने अपनी विपणन रणनीति के तहत एआई जैसी नई प्रौद्योगिकी में निवेश शुरू कर दिया है और इसे जारी रखने वाली हैं।

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