Online Fraud से बचाव के लिए TRAIका बड़ा एक्शन, SIM card की जगह सीधे फोन होगा ब्लॉक

मुंबई: लगातार बढ़ते जा रहे साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए सरकार सख्ती के मूड में आ गई है। ऐसे में ट्राई ने बड़ा एक्शन लेते हुए ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों के न सिर्फ सिम कार्ड बंद करने की योजना बनाई है बल्किजिस मोबाइल से ऑनलाइन फ्रॉड को अंजाम दिया जा रहा है, उस.

मुंबई: लगातार बढ़ते जा रहे साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए सरकार सख्ती के मूड में आ गई है। ऐसे में ट्राई ने बड़ा एक्शन लेते हुए ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों के न सिर्फ सिम कार्ड बंद करने की योजना बनाई है बल्किजिस मोबाइल से ऑनलाइन फ्रॉड को अंजाम दिया जा रहा है, उस मोबाइल हैंडसैट को ब्लैकलिस्ट किया जा रहा है जिससे दोबारा मोबाइल से फ्रॉड न किया जा सके।

अक्सर देखा जाता है कि स्कैमर्स सिम कार्ड बदल-बदलकर ऑनलाइन फ्रॉड को अंजाम देते हैं। हालांकि अब सरकार फ्रॉड करने वालों के सिम कार्ड के साथ ही सीधे मोबाइल को ब्लॉक कर रही है। ट्राई की ओर से मैसेज करके मोबाइल यूजर्स को ठगने वालों पर पर कार्रवाई तेज कर दी है। इसके तहत दूरसंचार विभाग डी.ओ.टी. (डॉट) ने मोबाइल नंबरों को डिस्कनैक्ट करने के अलावा इस तरह की गतिविधियों में शामिल हैंडसैट को ब्लॉक करना शुरू कर दिया है।

जाली दस्तावेज पर नहीं ले पाएंगे सिम:


डी.ओ.टी. (डॉट) ने जाली दस्तावेजों पर लिए गए 1.58 लाख मोबाइल डिवाइस को ब्लॉक कर दिया है। रिपोर्ट की मानें, तो इस साल 30 अप्रैल तक डी.ओ.टी. (डॉट) ने कुल 1.66 करोड़ मोबाइल कनैक्शन काट दिए हैं।

सरकार ने 10 हजार मोबाइन नंबर किए ब्लॉक:


बता दें कि सरकार की ओर से ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़ी शिकायतों के लिए चक्षु पोर्टल लॉन्च किया गया है। इसके बाद अब तक फ्रॉड एसएमएस भेजने वाले 52 ठिकानों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गा है। साथ ही 348 मोबाइल हैंडसैट को ब्लॉक कर दिया है। इसके अलावा 10,834 संदिग्ध मोबाइल नंबरों को वैरिफिकेशन के लिए भेजा है। इन सभी मोबाइल नंबर को 30 अप्रैल तक 2024 तक वैरिफाई करना था। इसके बाद इन नंबर्स को ब्लॉक कर दिया गया है।

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