मुंबई: आजकल के दौर में सभी के पास फ़ोन और लैपटॉप होतें है। जिससे लोगों को हर तरह की जानकारी मिलती है। ऐसे में आपने कुछ फिल्मों में लोगों को ट्रांसपेरेन्ट लैपटॉप का इस्तेमाल करते हुए देखा ही होगा। लेकिन अब हमारा देश इतना आधुनिक हो चूका है कि, हम भी इसका इस्तेमाल कर पाएंगे। आपको बता दें कि, लेनेवो ने दुनिया का पहला ट्रांसपेरेन्ट लैपटॉप MWC 2024 इवेंट में पेश कर दिया है।
जो कि, थिंकबुक ट्रांसपेरेन्ट कॉन्सेप्ट बॉर्डरलेस स्क्रीन के साथ आता है और इसका कीबोर्ड भी ट्रांसपेरेन्ट है। लैपटॉप में 17.3 इंच की बॉर्डरलेस स्क्रीन है, जिसमें पिक्सल को ब्लैक कलर कलर में सेट करने पर 55% तक पारदर्शिता होती है, हालांकि पिक्सल के बढ़ने पर डिस्प्ले कम पारदर्शी हो जाता है। लेनोवो थिंकपैड ट्रांसपेरेंट में AMOLED पैनल नहीं है, बल्कि इसके बजाय एक माइक्रोएलईडी डिस्प्ले दिया गया है।
ट्रांसपेरेंट डिस्प्ले के अलावा लेनोवो के कॉन्सेप्ट वीडियो में एक फ्लैट टच कीबोर्ड भी दिखाया गया है, जो असल कीबोर्ड के बजाय एक प्रोजेक्शन है, और जब आप पेन को थिंकबुक के करीब लाते हैं तो कीबोर्ड गायब होने लगता है। माइक्रो LED डिस्प्ले को इसके OLED ऑप्शन की तुलना में बेहतर सैचुरेशन, ट्रांसपेरेन्सी, ब्राइटनेस और इमेज क्वालिटी प्रदान करने के लिए माना जाता है।
फिलहाल लेनेवो ने इसके हार्डवेयर से जुड़ी जानकारी नहीं दी है, लेकिन ये जरूर मालूम हुआ है कि ये लैपटॉप विंडोज़ 11 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करेगा। लेकिन लेनोवो के थिंकपैड पोर्टफोलियो के कार्यकारी निदेशक, टॉम बटलर ने द वर्ज को बताया कि कंपनी को इस तकनीक पर ‘बहुत ज़्यादा विश्वास’ है। अगले पांच सालों में यह एक रियल लैपटॉप में तब्दील हो जाएगा।