हरिद्वार भारत के समस्त तीर्थ स्थलों में एक विशिष्ट स्थान रखता है। आध्यात्मिक भावों से युक्त तथा प्राकृतिक सुषमा लिए हुए यहां के विहंगम दृश्य मानव जगत को परम आनंद का अनुभव कराते हैं। पावन भागीरथी की कल-कल करती शांत धाराएं मनुष्य के विकारों को शांत करके उनमें आध्यात्मिक भाव जागृत करने में महत्ती भूमिका.
बुधवार का दिन भगवान गणेश जी को समर्पित होता है। माना जाता है के आज के दिन भगवान गणेश जी के कुछ सरल उपाय और उनकी पूजा का विशेष लाभ मिलता है और भगवान गणेश जी प्रसन्न होते है और अपने भगतों को आशीर्वाद प्रधान करते है। आज हम आपको भगवान गणेश जी को प्रसन्न.
अंक- 1 आज प्रसन्नता का दिन है। तरक्की हो सकती है। आर्थिक स्थिति ठीक रहेगी। आपके किए गये कार्यों में आपको सफलता जरूर मिलेगी। किसी प्रकार के झगड़े को सुलझाने का समय ठीक है। प्रेम प्रसंगों में सफलता मिलेगी। वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। पत्नी आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी। शुभ अंक- 4 शुभ.
मेष राशिफल: रचनात्मक प्रयास फलीभूत होंगे। मांगलिक या सांस्कृतिक कार्य के लिए यात्रा करनी पड़ सकती है। शनि का प्रभाव व्यावसायिक दृष्टि से उत्तम होगा। वृषभ राशिफल: आपकी राशि से दसवें शनि होंगे। जिससे भौतिक प्रगति होगी। विरोधी परास्त होगा। रचनात्मक कार्यों में प्रगति होगी। मिथुन राशिफल: आपकी राशि से लघुकल्याणकारी ढइया शनि का प्रभाव.
आज का पंचांग ???????? दिनांक – 17जनवरी 2023 दिन – मंगलवार विक्रम संवत् – 2079 अयन – उत्तरायण ऋतु – शिशिर मास – माघ पक्ष – कृष्ण पक्ष तिथि – दशमी 17:58 तक तदुपरांत एकादशी नक्षत्र – विशाखा 18:34 तक तदुपरांत अनुराधा योग – शूल 08:29 तक तदुपरांत वृद्धि दिशाशूल – उत्तर, उत्तर पश्चिम सूर्योदय.
अंक 1 आज का दिन आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं है, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले सोच समझ कर काम करें। स्वास्थ्य के मामले में चिंताएं बढ़ेंगी। पारिवारिक जीवन से थोड़ी संतुष्टि मिल सकती है। कार्य क्षेत्र में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। अंक 2 अपने गुस्से पर काबू पाना आपके जीवन साथी के लिए.
मेष आज का दिन आपके लिए खुशियों भरा रहने वाला है। आपके लिए तरक्की के नए-नए मार्ग खुलेंगे, जिससे आपकी आय में भी वृद्धि होगी। यदि कैरियर को लेकर आप परेशान चल रहे थे, तो उसमें भी आज कोई अच्छा मौका आपके हाथ लग सकता है। कार्यक्षेत्र में अधिकारी आपके कामों से प्रसन्न रहेंगे। यदि.
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन् संवत्सर नाम-राक्षस अयन-उत्तरायण मास-माघ पक्ष-कृष्ण ऋतु-शिशिर वार-सोमवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति योग (सूर्योदयकालीन)-धृति करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल लग्न (सूर्योदयकालीन)-मकर शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक दिशा शूल-आग्नेय योगिनी वास-पूर्व गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र.
सोरठि महला ३ घरु १ तितुकी ੴ सतिगुर प्रसादि ॥ भगता दी सदा तू रखदा हरि जीउ धुरि तू रखदा आइआ ॥ प्रहिलाद जन तुधु राखि लए हरि जीउ हरणाखसु मारि पचाइआ ॥ गुरमुखा नो परतीति है हरि जीउ मनमुख भरमि भुलाइआ ॥१॥ हरि जी एह तेरी वडिआई ॥ भगता की पैज रखु तू सुआमी.