अंक 1 आपके बॉस या सुपरवाइज़र ने आपकी मेहनत को नोटिस किया है और वो आपके नेतृत्व के गुणों को इनाम देने के लिए तैयार है। रिश्तों को लेकर आप तनावपूर्ण और सीमित महसूस कर सकते हैं। अंक 2 अपने विचारों के साथ अकेले रहने के लिए समय निकालें। बदलाव ज़रूरी है, इसे स्वीकार करें।.
मेष आज का दिन आपके लिए खर्च भरा रहने वाला है। आपके बढ़ते खर्च आपका सिर दर्द बनेंगे। नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को कोई शुभ सूचना सुनने को मिल सकती है। किसी कानूनी मामले में आपसे कोई चूक हो सकती है, जिसके लिए बाद में आपको पछतावा होगा। आपका कोई पुराना परिजन आपसे.
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2023 संवत्सर नाम-राक्षस अयन-उत्तरायण मास-फाल्गुन पक्ष-कृष्ण ऋतु-वसन्त वार-गुरुवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती योग (सूर्योदयकालीन)-शुभ करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक दिशा शूल-दक्षिण योगिनी वास-नैऋत्य गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-मेष व्रत/मुहूर्त-पंचक.
नवरात्रि का पर्व बहुत धूमधाम से मानाया जाता है। जैसा कि हम सब जानते है कि ये पर्व साल में चार बार मनाया जाता है, जिसमे दो गुप्त और चैत्र ,शारदीय नवरात्रि हैं। चैत्र नवरात्रि का त्योहार चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। इस पावन त्योहार में मां दुर्गा.
आंखों का फड़कना एक आम बात है। लेकिन इसे लेकर बहुत सारि मान्यताएं कही जाती है। लेकिन जब भी कभी किसी की आंख फड़कती है तो माना जाता है कि कोई भी शुभ या अशुभ घटना होने वाली है। लेकिन क्या आप जानते है कि शरीर के अंगो के अलावा आंखों का फड़कना भी एक.
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को फाल्गुन पूर्णिमा व्रत और स्नान-दान किया जाता है इस दिन प्रात:काल में पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है और उसके बाद दान किया जाता है। फाल्गुन पूर्णिमा की शाम चंद्रमा और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से सुख.
इस साल 27 फरवरी से होलाष्टक शुरू हो रहा है। इन दिनों को बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता के अनुसार इन दिनों में कोई भी शुभ कार्य किसी भी समय शुरू कर सकते है इसके लिए किसी भी शुभ मुहूर्त को निकलवाने की नहीं होती। इस बार होलाष्टक का प्रारंभ इस साल 27.
इस साल होली के बाद 12 मार्च दिन रविवार से शुक्र और राहु की युति होने वाली है। यानि के शुक्र का राशि परिवर्तन 12 मार्च को होने जा रहा है। यह सुबह 8 बजकर 37 मिनट र शुक्र मेष राशि में गोचर करेगा और वहां पर पहले से मौजूद राहु के साथ युति करेगा।.
हर साल होलिका दहन फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि में भद्रा रहित प्रदोष काल में किया जाता है। इस साल होलिका दहन को लेकर बहुत से लोगों में यह आशंका बनी हुई है के इस बार होलिका दहन 6 मार्च को है या 7 मार्च को। आपको बता दें कि इस साल फाल्गुन तिथि 6 मार्च.