नयी दिल्ली :भारतीय एवं विश्व इतिहास में 02 अप्रैल की प्रमुख घटनाएँ इस प्रकार है:- 1559- इटली के जेनोआ क्षेत्र से यहूदियों को निकाला गया। 1745- ऑस्ट्रिया और बवेरिया ने शांति संधि पर हस्ताक्षर किया। 1755- ईस्ट इंडिया.कॉम के कोमोडोर विलियम जेम्स के नेतृत्व में एक नौसैनिक बेड़े ने मराठों के किले सुवर्णदुर्ग पर कब्जा.
मशरुम हर किसी को बेहद पसंद होते हैं। इसका इस्तेमाल सब्जी से लेकर कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों में भी किया जाता है। मशरूम में विटामिन-बी, सेलेनियम, कॉपर और पोटेशियम पाया जाता है जो शरीर को निरोगी बनाता है। इसी के साथ ही इसमें आयरन की अधिक मात्रा, और कैलोरी की कमी पायी जाती है।.
नयी दिल्ली: भारतीय एवं विश्व इतिहास में 01 अप्रैल की प्रमुख घटनाएँ इस प्रकार है। 1778- न्यू ऑरलियन्स के व्यापारी ओलिवर पोलक ने “डॉलर” का प्रतीक बनाया। 1789- फ्रेडरिक मुहलेनबर्ग संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान के सख्त आदेश के तहत अर्हता प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बन गए, जो अमेरिकी सरकार के उद्देश्यों के लिए.
हर लड़की चाहती है के गर्मियों में वह ऐसे जूते और सेंडल्स पहने जिससे वे धुप से बच सके और साथ के साथ सुंदर भी दिखें। ऐसे में आप कलरफुल, प्रिटेंड, ब्लैक एंड व्हाइट का ट्रेंड सिर्फ कपड़ों में ही नहीं फुटवेयर में भी कैरी करके स्टाइलिश लुक अपनाया जा रहा है। चलिए इसके बारे.
नीम एक ऐसा वृक्ष हैं जो बेहद कड़वा होता है लेकिन वह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। आज हम आपको इससे होने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको हैरान कर देंगे। 1.अगर खाना बनाते वक्त या किसी दूसरे कारण से अपना हाथ जल जाता है तोतुरंत उस जगह.
अपनी संतानों को अनुशासन में रखने के लिए उनके साथ सख्ती बरतने वाले माता-पिता के बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से ग्रसित होने का खतरा अन्य बच्चों के मुकाबले डेढ़ गुणा अधिक होता है। अनुसंधानकर्ताओं ने 3, 5 और 9 साल की उम्र के बच्चों में घबराहट, समाज से दूर रहने, गुस्सा और अत्यधिक.
सोने का मूल्य आसमान छूने के कारण आज के समय में स्वर्णाभूषणों को बनवाना सबके वश की बात नहीं रह गई है। आज की बढ़ती महंगाई भी नारी के आभूषणों के शौक को खत्म करने पर ही तुली है। छीना-झपटी के डर से भी सोने-चांदी के गहनों को पहनना अपनी मौत को आमंत्रण देने के.
आपकी मार्निंग गुड हो, इसके लिए आपको अपने दिन की शुरुआत एक सैट रूटीन के अनुसार करनी चाहिए। हम में से हर कोई चाहता है कि दिन की शुरुआत बढ़िया ढंग से हो, लेकिन जब सवाल हमीं से जुड़ा है तो दिन की बेहतर शुरुआत का पूरा दारोमदार हमीं पर आकर ठहर जाता है। सुबह.