खेल डेस्क: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के विकेटकीपर-बल्लेबाज एमएस धोनी ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर अपनी राय दी है। यह नियम टीमों को मैच के दौरान एक अतिरिक्त खिलाड़ी का उपयोग करने की अनुमति देता है। धोनी का कहना है कि इस नियम के कारण अधिक स्कोर वाले मैच होने का कोई सीधा संबंध नहीं है। उनके मुताबिक, इसका ज्यादा ताल्लुक खिलाड़ियों की स्थिति और आराम के स्तर से है, न कि केवल एक अतिरिक्त बल्लेबाज की मौजूदगी से।
इम्पैक्ट प्लेयर नियम को लेकर अलग-अलग मत
इम्पैक्ट प्लेयर नियम को लेकर अलग-अलग मत हैं। कुछ लोग मानते हैं कि यह टीमों को लचीलापन देता है और उन्हें मैच की स्थिति के अनुसार अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का चयन करने में मदद करता है। वहीं, कुछ लोग इसका विरोध करते हुए कहते हैं कि इससे ऑलराउंडर्स के विकास में रुकावट आ रही है और खेल बल्लेबाजों के पक्ष में ज्यादा हो गया है।
मेरे लिए कोई बड़ा फायदा नहीं
धोनी ने ‘द एमएसडी एक्सपीरियंस’ शो में इस नियम पर चर्चा करते हुए कहा कि जब 2023 में यह नियम लागू हुआ था, तब इसकी कोई खास जरूरत नहीं थी। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि कभी-कभी यह नियम उनकी मदद करता है, लेकिन साथ ही यह उनके लिए कोई बड़ा फायदा भी नहीं है। धोनी ने कहा, “मैं अभी भी विकेटकीपिंग करता हूं, इसलिए मैं इम्पैक्ट प्लेयर नहीं हूं। मुझे खेल में शामिल रहना होता है।” अपनी टीम सीएसके के बारे में बात करते हुए धोनी ने यह बताया कि सीएसके का अगला मैच 28 मार्च को चेन्नई के अपने घरेलू मैदान पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ होगा।
क्या मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेलना खास है?
वहीं, जब धोनी से पूछा गया कि क्या मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेलना उनके लिए खास है, तो उन्होंने कहा कि उनके लिए कोई खास प्रतिद्वंद्विता नहीं है। उनका उद्देश्य हमेशा सभी टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना है। धोनी ने कहा, “मैं किसी भी टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं, चाहे वह मुंबई हो या कोई और टीम। प्रतिद्वंद्विता की बात तो लोग करते हैं, लेकिन मेरे लिए हर टीम के खिलाफ जीतना और अच्छा प्रदर्शन करना ज्यादा महत्वपूर्ण है।”