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Drug Addict निकला गुरुद्वारे में अनाथ का कत्ल करने वाला रमनदीप; डोप टेस्ट में खुलासा, खून में ब्यूपरनोर्फिन, बेंजोडायजेपाइन और मॉर्फिन के अंश मिले

फगवाड़ाः पंजाब में जिला कपूरथला के तहत आते गुरुद्वारा साहिब 6वीं पातशाही में अनाथ युवक विशाल कपूर का कत्ल करने वाला निहंग सिंह रमनदीप सिंह मंगूमठ नशेड़ी निकला है। यह खुलासा पुलिस कस्टडी के दौरान उसके करवाए गए डोप टेस्ट में हुआ है। रमनदीप के लिए गए सैंपल में ब्यूपरनोर्फिन, बेंजोडायजेपाइन और मॉर्फिन के अंश.

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फगवाड़ाः पंजाब में जिला कपूरथला के तहत आते गुरुद्वारा साहिब 6वीं पातशाही में अनाथ युवक विशाल कपूर का कत्ल करने वाला निहंग सिंह रमनदीप सिंह मंगूमठ नशेड़ी निकला है। यह खुलासा पुलिस कस्टडी के दौरान उसके करवाए गए डोप टेस्ट में हुआ है। रमनदीप के लिए गए सैंपल में ब्यूपरनोर्फिन, बेंजोडायजेपाइन और मॉर्फिन के अंश मिले हैं।

पुलिस सूत्रों के हवाले से पता चला है कि कस्टडी के दौरान रमनदीप नशा न मिलने पर हालत बिगड़ी तो पुलिस के अधिकारियों को उस पर शक हुआ। पुलिस के अधिकारियों ने तुरंत रमनदीप को अस्पताल में पहुंचाया। वहां पर अधिकारियों ने डॉक्टरों से रमनदीप का डोप टेस्ट करवाने के लिए कहा। जहां पर वह डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया।

निहंग सि्ंह रमनदीप सिंह मंगूमठ और मरहूम विशाल कपूर

माता-पिता और दादी के गुजरने के बाद पहुंचा था अनाथालय
जिस युवक विशाल कपूर को निहंग सिंह ने दर्दनांक मौत दी उसके जीवन की कहानी भी बहुत दर्दनाक है। विशाल के लिए फगवाड़ा शहर कोई नया नहीं था। वह पहले भी फगवाड़ा में करीब 8 से 10 साल तक रह चुका था। उसका पुराना घर फगवाड़ा में ही था। दिल्ली से पश्चिमपुरी में पैदा हुए विशाल के माता-पिता गुजर गए थे। इसके बाद वह अपनी दादी के पास दिल्ली में रहता था।
अचानक दादी का भी निधन हो गया। दादी के निधन के बाद विशाल सड़क पर आ गया। वह सड़कों पर रहता और वहीं पर किसी तरह से अपना गुजारा करता। लेकिन इसी दौरान एक समाज सेवी संस्था ने उसे सोनीपत के अनाथालय में पहुंचा दिया। एक के बाद एक झटके झेलने के कारण उसके दिमाग पर गहरा असर हुआ और वह मानसिक रूप से परेशान हो गया था।

मोबाइल से मिले फोन नंबरों से अनाथालय पहुंची पुलिस
विशाल के पास पुलिस को एक मोबाइल मिला था। पुलिस मोबाइल पर जहां विशाल ने बातचीत की थी उन नंबरों को ट्रेस कियाष। ट्रेस करने पर पता चला कि यह हरियाणा के सोनीपत के नंबर है। इन्हीं नबंरों को सीढ़ी बनाकर जब पुलिस सोनीपत पहुंची तो पुलिस को पता चला कि यह नंबर अनाथालय के हैं और विशाल यहीं रहता था।

पब्लिसिटी के लिए किया कत्ल
पुलिस की जांच में अभी कर बेअदबी का कोई किस्सा सामने नहीं आया है। पुलिस की निहंग सिंह मंगूमठ की सारी कहानी मिथ्या लग रही है। हालांकि सिख जत्थेबंदियों का कहना है कि वह बेअदबी की मंशा से गुरुघर में घुसा था। इसी दौरान ADGP लॉ एंड ऑर्डर गुरिंदर सिंह ढिल्लो ने कहा है कि निहंग सिंह रमनदीप सिंह मंगूमठ ने पब्लिसिटी के लिए के लिए अनाथालय से आए विशाल की हत्या की थी।

वहीं पर सिखों की सिरमौर संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। SGPC ने भी पुलिस से इस सारे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

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