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कनाडा के 2018 दुर्घटना मामले में भारतीय चालक के निर्वासन का आदेश

जूनियर आइस हॉकी टीम को ले जा रही बस के साथ 2018 में हुई भीषण दुर्घटना में 16 लोगों की जान जाने

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ओटावा: जूनियर आइस हॉकी टीम को ले जा रही बस के साथ 2018 में हुई भीषण दुर्घटना में 16 लोगों की जान जाने के लिए जिम्मेदार एक भारतीय लॉरी चालक को कनाडा से निर्वासन के आदेश जारी किया गया है। मीडिया रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आ रही है। गौरतलब है कि भारतीय मूल जसकीरत सिंह सिद्धू को खतरनाक तरह से वाहन चलाने और दुर्घटना को अंजाम देने के लिए उसे आठ साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद पिछले साल वह पूर्ण पैरोल पर रिहा किया गया था।

वर्ष 2018 में सस्केचेवान में वाहन चलाते समय सिद्धू की लॉरी हॉकी टीम की बस से टकरा गई थी, जिसके कारण 16 लोगों की मौत हो गयी थी और अन्य 13 घायल हो गए थे। सिद्धू के वकील ने बीबीसी को बताया कि वह निर्वासन आदेश के खिलाफ चुनौती देने की योजना बना रहे हैं। सिद्धू के वकील माइकल ग्रीन ने कहा कि कैलगरी में आव्रजन और शरणार्थी बोर्ड की सुनवाई में शुक्रवार सुबह का आदेश कोई आश्चर्य की बात नहीं है, क्योंकि सिद्धू कनाडा के नागरिक नहीं हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, हम्बोल्ट ब्रोंकोस आइस हॉकी टीम के 16 से 21 वर्ष की आयु के दस खिलाड़ियों की मृत्यु उस समय हुई जब उनकी टीम की बस सेमी-ट्रेलर से टकरा गई, जिसे सिद्धू चला रहा था। मारे गए लोगों में सहयोगी स्टाफ और टीम के प्रमुख और सहायक कोच भी शामिल थे। अदालत ने 2019 में सुनवाई करते हुए सिद्धू को 16 लोगों की मौत और अन्य 13 के घायल होने के दोषी ठहराया था।

अधिवक्ता ग्रीन ने कहा कि मानवीय आधार पर सिद्धू का आवेदन इस बात पर केंद्रित होगा कि वह अपनी पत्नी और एक साल के बेटे, दोनों कनाडाई नागरिकों के साथ यहां रह सकें। अगर सिद्धू को निर्वासित किया जाता है, तो उनकी पत्नी और बेटा संभवतः उनके साथ भारत नहीं जा सकेंगे क्योंकि बच्चे को हृदय और फेफड़ों की गंभीर समस्याओं के लिए गहन चिकित्सा उपचार की आवश्यकता है।

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