संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन(यूनेस्को) और चीन, अजरबैजान, कजाकस्तान, मंगोलिया और ओमान के यूनेस्को स्थित स्थायी प्रतिनिधिमंडलों ने 6 अप्रैल को पेरिस में “सिल्क रोड” परियोजना के शुभारंभ की 35वीं वर्षगांठ मनाने के लिए संयुक्त रूप से गतिविधि आयोजित की। “सिल्क रोड” से जुड़े देशों के उच्च-स्तरीय प्रतिनिधियों, विभिन्न देशों के यूनेस्को स्थित स्थायी प्रतिनिधिमंडल के राजनयिकों, विशेषज्ञों और विद्वानों, और विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों सहित लगभग एक हज़ार लोगों ने मंच, संगोष्ठी, संगीत कार्यक्रम और कला प्रदर्शनी आदि सिलसिलेवार गतिविधियों में भाग लिया।
चीनी उप शिक्षा मंत्री और चीनी यूनेस्को के लिए राष्ट्रीय आयोग के निदेशक छेन च्येन ने 6 अप्रैल को “सिल्क रोड” अंतर्राष्ट्रीय मंच के उद्घाटन समारोह में एक वीडियो भाषण दिया, जिसमें कहा गया कि चीन ने “बेल्ट एंड रोड” के सहनिर्माण की पहल पेश की, और प्राचीन सिल्क रोड में नया अध्याय जोड़ा है। वैश्विक विकास पहल और वैश्विक सुरक्षा पहल के बाद, चीन ने वैश्विक सभ्यता पहल भी प्रस्तुत की, जो विश्व सभ्यता की विविधता का सम्मान करने, सभ्यताओं के बीच समानता, आपस में सीखने, संवाद और सहिष्णुता का पालन करने की वकालत करता है। और दुनिया की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए चीनी समाधान प्रदान किया गया है।
चीनी कलाकार संघ ने 3 से 7 अप्रैल तक पेरिस में यूनेस्को के मुख्यालय में “सिल्क रोड” उत्कृष्ट कला प्रदर्शनी आयोजित की। कलाकृतियों के माध्यम से “सिल्क रोड” से जुड़े देशों और क्षेत्रों की झलक दिखायी गयी। इसके अलावा, यूनेस्को “कूरियर” पत्रिका ने अप्रैल में “सिल्क युग की कहानियां” शीर्षक विशेष अंक जारी किया। संगठन के महानिदेशक अज़ोले ने उम्मीद जताते हुए कहा कि “सिल्क रोड” आदान-प्रदान, समझ और आपसी सम्मान का मार्ग यानी शांति का मार्ग बन जाएगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)