CGTN Survey : “अमेरिका फर्स्ट” टैरिफ मनमानी के तेजी से गंभीर मामले में विकसित हो रहा है। अमेरिकी सरकार मैक्सिको को चीन पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने के लिए मजबूर कर रही है। ताकि इसके बदले मैक्सिको को अमेरिका की अतिरिक्त टैरिफ की छूट मिले। ऐसी कार्रवाई पर चाइना मीडिया ग्रुप के अधीन सीजीटीएन के एक सर्वे के परिणामों के मुताबिक अधिकांश उत्तरदाताओं ने अमेरिका द्वारा मैक्सिको को चीन के खिलाफ टैरिफ लगाने के लिए मजबूर करने की कड़ी निंदा की। उनकी चिंता है कि नकारात्मक ‘लहर प्रभाव’ से वैश्विक व्यापार व्यवस्था पर नुकसान पुहंचेगा।
इस सर्वे में भाग लेने वाले 70.4 प्रतिशत लोगों के विचार में मैक्सिको की चीन के प्रति अतिरिक्त कर लगाने की योजना अमेरिकी टैरिफ दबाव से बनायी गयी है। 76.4 प्रतिशत लोगों की चिंता है कि अगर मैक्सिको अमेरिका के दबाव से दूसरे देश पर अतिरिक्त कर लगाएगा,तो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में कुप्रभाव पैदा होगा। 73 प्रतिशत लोगों का विचार है कि अमेरिका ने टैरिफ का बल्ला उठाकर व्यापार व्यवस्था और उत्पादन श्रृंखला गंभीर रूप से बर्बाद किया है।
उल्लेखनीय बात है कि 67 प्रतिशत मैक्सिकन उत्तरदाताओं की सब से बड़ी चिंता चीन-अमेरिका सम्बंध हैं। 76 प्रतिशत मैक्सिकन उत्तरदाताओं के विचार में नयी अमेरिका सरकार द्वारा ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति जारी रखने से वैश्विक आर्थिक विकास बाधित होगा। 62 प्रतिशत लोगों के विचार में अमेरिकी सरकार की नीति से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में अमेरिका का नेतृत्वकारी स्थान कमजोर होगा।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)