हाल ही में विश्व बैंक की नवीनतम “वैश्विक आर्थिक आउटलुक” रिपोर्ट जारी हुई, जिसमें पूर्वानुमान लगाया गया है कि साल 2023 में वैश्विक विकास छह महीने पहले अनुमानित 3 प्रतिशत से गिरकर 1.7 प्रतिशत हो जाएगा। यह पिछले 30 वर्षों में तीसरा सबसे कम विकास पूर्वानुमान भी है।
विश्व बैंक के पूर्वानुमान विभाग के निदेशक और मुख्य अर्थशास्त्री अहान कोस ने कहा महामारी के प्रभाव, उच्च मुद्रास्फीति, बढ़ती ब्याज दर, यूक्रेन संकट आदि कारकों को ध्यान में रखते हुए इस विकास दर का पूर्वानुमान लगाया है। 1990 के दशक से लेकर वर्तमान तक, अनुमानित 1.7 प्रतिशत की यह दर केवल 2009 और 2020 से बेहतर है, जब वैश्विक मंदी आई थी।
रिपोर्ट में पूर्वानुमान लगाया गया कि साल 2023 में उभरते बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की आर्थिक वृद्धि 3.4 प्रतिशत होगी, जो कि साल 2022 की तरह ही होगी। अहान कोस के विचार में यह विकास दर काफी हद तक चीन के आर्थिक विकास से प्रेरित है। वर्ष 2023 में चीन की अर्थव्यवस्था करीब 4.3 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।
वहीं, विश्व बैंक के पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र के मैक्रो-इकॉनॉमिक्स, व्यापार और निवेश विभाग के उप निदेशक सेबस्टियन एकार्ट के विचार में 2023 में, चीनी अर्थव्यवस्था विश्व अर्थव्यवस्था के विकास में अधिक योगदान देगी। उन्होंने कहा कि चीन के घरेलू मांग बाजार की बहाली, खास कर महामारी से प्रभावित निलंबित कर दी जाने वाली उपभोक्ता मांगों को देश में महामारी रोकथाम नीति के अनुकूलन और समायोजन से बहाल किया जाएगा। इसके अलावा, चीन में निवेश में भी सुधार होता रहेगा, अचल संपत्ति में निवेश कुछ हद तक बहाली होगी। वहीं, आधारभूत संरचना क्षेत्र को राजकोषीय समर्थन मिलता रहेगा और विनिर्माण में निवेश लचीला बना रहेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)