हाल ही में अमेरिकी मीडिया ने “दुनिया में सर्वोत्तम जीवन गुणवत्ता वाले 50 देशों” को निर्वाचित किया, जिसके अनुसार चीन 26वें, संयुक्त राज्य अमेरिका 22वें, सिंगापुर 23वें, दक्षिण कोरिया 25वें, जापान 14वें और भारत 40वें स्थान पर है। चार नॉर्डिक देश दुनिया में शीर्ष पर हैं, लेकिन विकासशील देशों में चीन और भारत का प्रदर्शन अपेक्षाकृत अच्छा है, हालांकि उनकी प्रति व्यक्ति जीडीपी सबसे अधिक नहीं है। इससे यह जाहिर है कि आर्थिक सूचकांक के अलावा, सामाजिक विकास संकेतक भी बहुत महत्वपूर्ण हैं।
वर्तमान में चीन की कुल जीडीपी लगभग 19 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है, और इसकी प्रति व्यक्ति जीडीपी लगभग 13,000 अमेरिकी डॉलर है, चीनी लोगों का जीवन स्तर पहले से ही दुनिया में अपेक्षाकृत उच्च स्तर पर पहुंच गया है। चीन का सकल घरेलू उत्पाद 2010 में जापान से आगे निकल गया, जिससे यह विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया, इसका प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद मलेशिया और थाईलैंड जैसे दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों से भी अधिक है। क्रय शक्ति समता (पीपीपी) सूचक के अनुसार, कीमतों, क्रय शक्ति और श्रम लागत को ध्यान में रखते हुए, चीन का प्रति व्यक्ति जीवन स्तर दुनिया के लगभग 90% देशों से ऊंचा हो गया है। खास तौर पर, विनिमय दर वास्तविक क्रय शक्ति को नहीं दर्शाती है। चीनी आरएमबी की क्रय शक्ति को बहुत कम आंका गया है। उधर पीपीपी (क्रय शक्ति समता) के अनुसार, 2016 में ही चीन की प्रति व्यक्ति जीडीपी 16,000 अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।
कुछ देशों में, यद्यपि प्रति व्यक्ति आय अधिक है, परंतु वहां उच्च कीमतों के कारण वास्तविक जीवन स्तर चीन जितना अच्छा नहीं है। उदाहरण के लिए, चीन में 3 RMB की क्रय शक्ति अमेरिका में 3 अमेरिकी डॉलर की क्रय शक्ति के बराबर है। संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रति व्यक्ति औसत मासिक आय 5,000 डॉलर है, जबकि चीन में यह 3,000 RMB है, लेकिन दोनों पक्षों की वास्तविक क्रय शक्ति का उतना बड़ा अंतर नहीं है। इसी प्रकार, जापान और दक्षिण कोरिया में ऊंची कीमतों के कारण सब्जियों, फलों और मांस की कीमतें चीन की तुलना में 8-10 गुना अधिक हैं, इसलिए प्रति व्यक्ति आय भी उतना ऊंचा नहीं है। केवल वास्तविक क्रय शक्ति तथा मूल्य अंतर को ध्यान में रखकर जीवन स्तर की सच्ची तुलना की जा सकती है।
दूसरी तरफ, प्रति व्यक्ति जीवन स्तर केवल मौद्रिक विनिमय दर का मुद्दा नहीं है; सामाजिक कल्याण और सार्वजनिक सुविधाएं भी महत्वपूर्ण संकेतक हैं। चीनी सरकार लोगों की आजीविका को बहुत महत्व देती है। लोगों को पूर्ण सामाजिक सेवाएं, सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण, पूर्ण फिटनेस और मनोरंजन की स्थिति का आनंद मिलता है। इन्हें भी जीवन की गुणवत्ता में शामिल किया जाना चाहिए। साथ ही चीन में बंदूक प्रतिबंध नीति लगायी जाती है, अपराध दर कम है और सामाजिक सुरक्षा अच्छी है। चीन की सड़कों पर चलने वालों को लूटमार, चोरी या अवैध हमले की चिंता नहीं करनी पड़ती। ये ऐसी चीजें हैं जो कई विकसित यूरोपीय देश भी नहीं कर सकते। व्यापक दृष्टिकोण से चीन का प्रति व्यक्ति जीवन स्तर पहले से ही विश्व में अपेक्षाकृत ऊंचा है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)