जन-केंद्रित है चीनी शैली का आधुनिकीकरण : सीपीसीटी उपाध्यक्ष

ग्रेट ब्रिटेन की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) यानी सीपीजीबी (एमएल) की उपाध्यक्ष ज्योति बरार ने हाल ही में चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि चीन जन-केंद्रित आधुनिकीकरण प्रक्रिया को बढ़ावा दे रहा है। चीनी शैली का आधुनिकीकरण टिकाऊ होने के साथ मनुष्य और प्रकृति के बीच संतुलन को दर्शाता है।.

ग्रेट ब्रिटेन की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) यानी सीपीजीबी (एमएल) की उपाध्यक्ष ज्योति बरार ने हाल ही में चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि चीन जन-केंद्रित आधुनिकीकरण प्रक्रिया को बढ़ावा दे रहा है। चीनी शैली का आधुनिकीकरण टिकाऊ होने के साथ मनुष्य और प्रकृति के बीच संतुलन को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि दुनिया को तत्काल जन-केंद्रित आधुनिकीकरण की आवश्यकता है। चीनी शैली का आधुनिकीकरण संतुलित और टिकाऊ है। इस प्रक्रिया में मनुष्य और प्रकृति अलग नहीं होते हैं। मनुष्य और प्रकृति अविभाज्य हैं, इस प्राचीन मानव ज्ञान को मानव प्रगति की प्रक्रिया में भुला दिया गया है। लेकिन आज, चीनी शैली के आधुनिकीकरण से हमें पता चलता है कि मनुष्य मानव और प्रकृति के बीच संबंधों के महत्व के बारे में फिर से जागरूक हो गया है।

बरार ने कहा कि चीन ने लोगों की जरूरतों और पर्यावरण को सामाजिक और आर्थिक शासन के केंद्र में रखकर दुनिया के लिए एक मिसाल कायम की है। उनके विचार में मानवता ने अब तक जो भी प्रगति की है, उससे लाभान्वित होने का एकमात्र तरीका सामान्य प्रयास करना, प्रौद्योगिकी और मानव श्रम द्वारा पहुंचाए गए लाभ को साझा करना है। हम हर संस्कृति और हर सभ्यता से सीख सकते हैं। आधुनिकीकरण और विकास की प्रक्रिया में हमें एक दूसरे से सीखने की जरूरत है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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