Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rocket domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114
चीन में शिक्षकों के महत्वपूर्ण काम को मान्यता देता चीनी शिक्षक दिवस - Dainik Savera Times | Hindi News Portal
विज्ञापन

चीन में शिक्षकों के महत्वपूर्ण काम को मान्यता देता चीनी शिक्षक दिवस

विश्व के कुछ देशों में शिक्षकों को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस मनाया जाता है। कुछ देशों में छुट्टी रहती है, तो कुछ देश इस दिन कार्य करते हुए मनाते हैं। दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में अलग-अलग तारीख पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। जहां भारत में देश के भूतपूर्व राष्ट्रपति.

- विज्ञापन -

विश्व के कुछ देशों में शिक्षकों को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस मनाया जाता है। कुछ देशों में छुट्टी रहती है, तो कुछ देश इस दिन कार्य करते हुए मनाते हैं। दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में अलग-अलग तारीख पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। जहां भारत में देश के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन (5 सितंबर) को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है, वहां चीन में यह दिवस हर साल 10 सितंबर को मनाया जाता है।

गुरु-शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति के साथ-साथ चीन की संस्कृति का भी एक अहम और पवित्र हिस्सा है। दरअसल, यह दिवस चीन में शिक्षकों का सम्मान करने की 2,300 साल की परंपरा का उत्सव है। यह चीन के कन्फ्यूशियस के जन्मदिन के समान है। आधुनिक चीन में शिक्षक दिवस सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह दिवस चीन के शिक्षकों के महत्वपूर्ण काम को मान्यता देता है, और चीनी स्कूली बच्चों के लिए अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने का एक सार्थक अवसर है। आज चीन 38वां शिक्षक दिवस मना रहा है। 

यह वही दिन है जब हजारों स्कूली बच्चे और छात्र अपने गुरुओं (शिक्षकों) द्वारा दी गई शिक्षा, मार्गदर्शन और मूल्यों के प्रति उन्हें आभार व्यक्त करते है और उन्हें श्रद्धा से याद करते हैं। स्कूल-कॉलेज सहित अलग-अलग संस्थाओं में शिक्षक दिवस पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दिन समूचे चीन में शिक्षकों को मान-सम्मान देकर उनके काम की सराहना की जाती है, और सभी छात्र अपने शिक्षक को उपहार भी भेंट करते हैं।

इस बार कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में, देश भर में शिक्षकों ने कठिनाइयों का सामना किया, महामारी नियंत्रण की अग्रिम पंक्ति पर संघर्ष किया, ऑनलाइन शिक्षाएं दीं और सैकड़ों लाखों छात्रों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा की। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सभी शिक्षकों की खूब सराहना की, और उनका मनोबल बढ़ाया

दरअसल, शिक्षक केवल वह नहीं होता जो आपको स्कूल या कॉलेज में शिक्षा दें बल्कि हर वह शख्स जिसने आपको जिंदगी जीना, चुनौतियों से लड़ना और हार के भी जितना और हमेशा प्रत्यनशील व संघर्षशील रहना सिखाया हो, वह भी आपके लिए शिक्षक ही है।

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चीन के शिक्षकों को नए युग के लिए नए शैक्षिक तरीकों को खोजने और उनकी पेशेवर विशेषज्ञता को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया है। इस दिवस पर राष्ट्रपति शी ने शिक्षकों को एक विशिष्ट कार्य भी दिया है, जो शिक्षण पर नई प्रौद्योगिकियों के प्रभाव पर अनुसंधान में तेजी लाने और नवीन प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करने के लिए नई तकनीक का उपयोग करने के बारे में है।

इस समय चीन में 1 करोड़ 80 हजार के आसपास पूर्णकालिक शिक्षक हैं, जिन्होंने महामारी के दौरान देश भर के 28 करोड़ छात्रों को दूरस्थ शिक्षा दी। इस बीच, लाखों ग्रामीण शिक्षक और सैकड़ों हजारों स्वयंसेवी शिक्षक देश के सबसे दूरस्थ और सबसे कम विकसित क्षेत्रों में सेवा दे रहे हैं। वे पेशेवर नैतिकता और जिम्मेदारी की भावना प्रदर्शित करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को प्रेरित करते हैं।

मौजूदा समय में, चीन शैक्षिक संसाधन के बंटवारे का समायोजन कर विभिन्न क्षेत्रों, शहरों, गांवों और विभिन्न स्कूलों के बीच फासले को कम करने पर ध्यान दे रहा है, खासकर सुदूर और गरीब क्षेत्रों की बुनियादी शिक्षा में अधिक पूंजी लगा रहा है। राष्ट्रपति शी चिनफिंग का मानना है कि शिक्षकों का काम बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे अपने छात्र का जीवन बनाते है, जीने का असली सलीका सिखाते हैं, और सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। वाकई इसमें कोई दोराय नहीं कि बिना शिक्षा के इंसान कभी भी मंजिल तक नहीं पहुंच सकता है, इसलिए इंसान के जीवन में एक शिक्षक का होना बहुत जरुरी है।

(अखिल पाराशर, चाइना मीडिया ग्रुप, बीजिंग)

Latest News