China में कोरोना का कहर, Beijing में 50 प्रतिशत से अधिक हो सकती है संक्रमण दर

नई दिल्लीः चीन ने कोविड संक्रमणों की कोई विस्तृत संख्या जारी नहीं की है, लेकिन बीजिंग में संक्रमण दर 50 प्रतिशत से अधिक हो सकती है, यहां तक कि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में यह संख्या 70 प्रतिशत से अधिक हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट में गुरुवार को यह जानकारी दी गई है। निक्केई एशिया.

नई दिल्लीः चीन ने कोविड संक्रमणों की कोई विस्तृत संख्या जारी नहीं की है, लेकिन बीजिंग में संक्रमण दर 50 प्रतिशत से अधिक हो सकती है, यहां तक कि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में यह संख्या 70 प्रतिशत से अधिक हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट में गुरुवार को यह जानकारी दी गई है। निक्केई एशिया में एक विेषण के अनुसार, यह कहा जा रहा है कि ग्रेटर बीजिंग में श्मशान पूरी क्षमता से चल रहे हैं ‘लेकिन कुछ शवों को जलाने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।’

रिपोर्ट में कहा गया, ‘स्थिति गंभीर है।’ रिपोर्ट के अनुसार, ओमिक्रॉन वेरिएंट से अपेक्षाकृत कम लोगों की मौत होती है, लेकिन ‘देश की बड़ी बुजुर्ग आबादी के कारण यह वेरिएंट चीन को भारी झटका दे सकता है।’ चीन ने नवंबर में अपनी सख्त जीरो-कोविड नीति को समाप्त कर दिया और तब से, देश में वृद्धि देखी गई है और प्रसार अपेक्षा से अधिक तेजी से हुआ है। जैसे ही इस महीने की शुरुआत में प्रतिबंधों में और ढील दी गई, दुकानों और सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ लगनी शुरू हो गई। रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘प्राथमिक और मध्य विद्यालयों, बुजुर्ग देखभाल केंद्रों और अन्य जगहों पर क्लस्टर संक्रमण फैल गया।’’ कुछ कंपनियों के मुताबिक, हर दो में से एक कर्मचारी संक्रमित हुआ है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी कहा है कि चीन में कोविड महामारी के बढ़ने के बीच, देश भर के अस्पताल मरीजों से भरते दिख रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में कोरोना वायरस के प्रकोप से चीनी राजधानी के चिकित्सा संस्थान भर हो गए हैं। इसमें कहा गया, ‘‘अस्पताल भरे हुए हैं। 104 डिग्री बुखार वाले बुजुर्ग मरीजों के पास अस्पतालों के बाहर छह घंटे इंतजार करने या फिर घर जाने का विकल्प है। कई घर जाने का विकल्प को चुन रहे हैं।’’ चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को केवल दो अतिरिक्त मौतों की घोषणा की हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘चीन में कोई भी यह नहीं मानता है कि मरने वालों की संख्या इतनी कम है क्योंकि कई लोगों ने परिवार के बुजुर्ग सदस्यों या पड़ोसियों की मौत देखी है।’’

- विज्ञापन -

Latest News