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चीन में राजमार्गों और जलमार्गों को आधुनिक बनाने पर दिया जा रहा जोर - Dainik Savera Times | Hindi News Portal
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चीन में राजमार्गों और जलमार्गों को आधुनिक बनाने पर दिया जा रहा जोर

चीन में सड़क, हवाई, रेल व जलमार्ग परिवहन व्यापक तौर पर विकसित हो रहा है। चीन में दुनिया का सबसे लंबा हाई स्पीड रेल नेटवर्क है। इस तरह चीन में एक जगह से दूसरी जगह बेहद आसान और सुविधाजनक होता है। चीन की राजधानी पेइचिंग से शांगहाई की रेलमार्ग से दूरी लगभग 1,318 किमी. है,.

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चीन में सड़क, हवाई, रेल व जलमार्ग परिवहन व्यापक तौर पर विकसित हो रहा है। चीन में दुनिया का सबसे लंबा हाई स्पीड रेल नेटवर्क है। इस तरह चीन में एक जगह से दूसरी जगह बेहद आसान और सुविधाजनक होता है। चीन की राजधानी पेइचिंग से शांगहाई की रेलमार्ग से दूरी लगभग 1,318 किमी. है, बुलेट ट्रेन के जरिए यह दूरी सिर्फ 5 घंटे में पूरी हो जाती है। आप इसी से चीन में रेलवे में हो रही क्रांति का अंदाजा लगा सकते हैं। अब चीन अन्य देशों को भी हाई स्पीड रेल तकनीक प्रदान करने लगा है। जबकि चीन में सड़क मार्ग भी बहुत अच्छे हैं, राजमार्गों से लंबी दूरी तय करने में परेशानी नहीं होती है। लेकिन समय-समय पर इन्हें और बेहतर बनाने के लिए योजनाएं बनती रहती हैं। 

इसी कोशिश में हाल में परिवहन के बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने पर जोर दिया गया है। कहा गया है कि इस दिशा में व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। जिसमें सड़क राजमार्गों और जलमार्गों के डिजिटल परिवर्तन और अपग्रेडेशन के उद्देश्य से व्यापक दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। इस नई योजना को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी चीनी वित्त और परिवहन मंत्रालय के पास है। इनके द्वारा शुरू किए गए उपायों में स्मार्ट परिवहन और लॉजिस्टिक्स के विकास को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल अधिकतम करने पर फोकस किया गया है। साथ ही मौजूदा डिजिटल बुनियादी ढांचे और डेटा संसाधनों का लाभ उठाने की जरूरत पर भी बल दिया गया है। 

योजना के मुताबिक इसका लक्ष्य डिजिटल परिवर्तन, बुद्धिमान प्रतिक्रिया और परिवहन बुनियादी ढांचे के लिए समर्थन को मजबूत करना है। ताकि राजमार्ग और जलमार्ग परिवहन की क्षमता, दक्षता, सुरक्षा और प्रशासन को और आधुनिक बनाया जा सके।   

इस योजना के तहत अगले तीन वर्षों में लगभग 85 फीसदी व्यस्त राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे, 25 प्रतिशत व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग और 70 प्रतिशत प्रमुख राष्ट्रीय जलमार्गों के डिजिटल परिवर्तन के लिए 30 पायलट क्षेत्रों को मदद दी जाएगी। इस संबंध में एक रोडमैप तैयार किया गया है। 

बताया जाता है कि साल 2022 में चीन में एक्सप्रेसवे क्षमता सीमा के करीब 17,000 किलोमीटर तक पहुंच गयी, जो कुल लंबाई का लगभग 14 फीसदी है। वहीं व्यस्त के रूप में वर्गीकृत सड़कें लगभग 75,000 किमी. लंबी हैं, जो चीन के कुल नेटवर्क का लगभग 23 प्रतिशत हैं। 

कहा जा सकता है कि चीन द्वारा देश में सड़क व राजमार्ग व्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए किए व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। जो इस बात का प्रतीक है कि चीन सरकार लगातार सुधार करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। जिससे न केवल आम लोगों को सुविधा मिलती है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होते हैं। जाहिर है कि चीन परिवहन के क्षेत्र में दुनिया में एक महत्वपूर्ण शक्ति बनकर उभरा है, जो भविष्य में भी आगे बढ़ता रहेगा। 

(अनिल पांडेय, चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)  

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