विदेश मंत्री S. Jaishankar ने यूगांडा के राष्ट्रपति Yoweri Museveni से की भेंट, कारोबार एवं रक्षा सहयोग पर हुई चर्चा

कंपालाः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी से मुलाकात की तथा कारोबार, आधारभूत ढांचा, ऊर्जा और रक्षा जैसे क्षेत्रों में संभावित सहयोग पर चर्चा की हैं। विदेश मंत्री जयशंकर सोमवार को यूगांडा पहुंचे हैं। उन्होंने राष्ट्रपति मुसेवेनी से वाकितुरा के फार्म में भेंट की और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर.

कंपालाः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी से मुलाकात की तथा कारोबार, आधारभूत ढांचा, ऊर्जा और रक्षा जैसे क्षेत्रों में संभावित सहयोग पर चर्चा की हैं। विदेश मंत्री जयशंकर सोमवार को यूगांडा पहुंचे हैं। उन्होंने राष्ट्रपति मुसेवेनी से वाकितुरा के फार्म में भेंट की और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं। जयशंकर ने सोमवार को अपने ट्वीट में कहा, कि ‘ वाकितुरा के फार्म में राष्ट्रपति मुसेवेनी से भेंट करना खास रहा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यक्तिगत शुभकामनाएं पेश कीं। हमारे पारंपरिक और दीर्घकालिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने में उनके मार्गदर्शन की सराहना की।’’

उन्होंने कहा कि हमने कारोबार एवं निवेश, आधारभूत ढांचा, ऊर्जा, रक्षा, स्वास्थ्य, डिजिटल और कृषि क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा की। गुटनिरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) की अध्यक्षता ग्रहण करने पर यूगांडा को बधाई दी और संयुक्त राष्ट्र सहित बहुपक्षीय मंचों पर मजबूत समन्वय की पुष्टि की। जयशंकर ने सोमवार को यूगांडा की यात्र पर आने पर वहां से वाराणसी के तुलसी घाट की पुर्निनर्माण परियोजना को पेश किया।

उन्होंने ट्वीट में कहा कि वे ओवरसीज फ्रेंड ऑफ बीजेपी-यूगांडा इनिशिएटिव की इस पहल की सराहना करते हैं जो दुनिया के सबसे पुराने जीवंत शहर के सौंदर्यीकरण में योगदान देने के लिए है। उन्होंने कहा, कि ‘ नील की भूमि पर रहकर गंगा के घाटों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता दोनों संस्कृतियों की समानता को दर्शाती है। वाराणसी की धरोहर का संरक्षण भारत में सांस्कृतिक पुनर्जीवन को रेखांकित करता है। इसके व्यापक वैश्विक प्रभाव होंगे।’’ जयशंकर ने कहा, कि ‘विश्वास है कि यूगांडा से भारतीय समुदाय के और अधिक लोग वाराणसी आयेंगे और उसके पुर्निवकास के प्रयास जारी रखेंगे।’’ परियोजना की शुरूआत करते हुए जयशंकर ने कहा कि अब से कुछ महीने बाद भारत जी20 समूह के विकास मंत्रियों की बैठक की मेजबानी करेगा।

उन्होंने कहा कि जी20 की बैठक वाराणसी में होगी। विदेश मंत्री ने कहा, कि ‘दुनिया में कई विकास मंत्री मेरी तरह से ही विदेश मंत्री हैं। मैं वाराणसी में इस बैठक की मेजबानी करूंगा। मंत्रियों को न केवल भारत की मौलिकता को देखने का अवसर मिलेगा बल्कि वे पिछले कुछ वर्षो में हुए बदलाव को भी देख सकेंगे।’ जयशंकर ने लोगों से काशी की यात्र करने का आग्रह किया ताकि वे इसमें आए बदलावों को अनुभव कर सकें। ज्ञात हो कि विदेश मंत्री एस जयशंकर 10 से 12 अप्रैल तक यूगांडा की यात्रा पर और 13-15 अप्रैल तक मोजाम्बिक की यात्रा पर रहेंगे।

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