Hainan Expo 2025 : इन दिनों दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत की राजधानी हाईखो में 5वां चाइना इंटरनेशनल कंज्यूमर प्रोडक्ट्स एक्सपो (CICPE) चल रहा है, जिसे हाईनान एक्सपो भी कहा जाता है। यह एक्सपो 13 अप्रैल से शुरू हुआ है और 18 अप्रैल तक चलेगा। अब यह सिर्फ एक ट्रेड फेयर नहीं रह गया है, बल्कि एक ऐसी जगह बन गया है जहाँ चीन की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, इंटरनेशनल ट्रेड और उसकी इकोनॉमिक स्ट्रैटेजी— सबकुछ एक ही जगह पर देखने को मिलती है। एक्सपो का माहौल काफी एक्साइटिंग है, और इसमें ग्लोबल ब्रांड्स के साथ-साथ फ्यूचर इनोवेशन की झलक भी मिल रही है।
एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में यह सबसे बड़ी कंज्यूमर गुड्स की प्रदर्शनी है और इस बार इसमें स्केल, इनोवेशन और इंटरनेशनल भागीदारी के मामले में सारे रिकॉर्ड टूट गये हैं। इस साल ब्रिटेन को मुख्य अतिथि देश के रूप में चुना गया है, जबकि पहली बार किसी मेहमान प्रांत की अवधारणा जोड़ी गई है, और यह मेहमान प्रांत चीन की राजधानी पेइचिंग है। इस बार स्लोवाकिया, ब्राजील और सिंगापुर जैसे देशों के डेलीगेशन पहली बार शामिल हो रहे हैं। कुल मिलाकर 71 देशों और क्षेत्रों से 4100 से भी ज्यादा ब्रांड हिस्सा ले रहे हैं। इससे एक बात साफ़ है – चीन दुनिया को ये दिखाना चाहता है कि वो इंटरनेशनल ट्रेड और घरेलू उपभोग दोनों को बराबर तवज्जो देता है।
इस एक्सपो की ख़ास बात है कि इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ह्यूमनॉइड रोबोट्स, स्मार्ट व्हीकल्स और लो-एल्टिट्यूड एविएशन जैसे हाई-टेक इनोवेशन पर विशेष ध्यान दिया गया है। मतलब, यहाँ टेक्नोलॉजी फ्यूचर को बहुत करीब से देखने का मौका मिल रहा है। यह इवेंट चीन के वाणिज्य मंत्रालय और हाईनान प्रांतीय सरकार की साझेदारी में हो रहा है, और हाईनान को एक इंटरनेशनल टूरिज़्म और ट्रेड हब बनाने की बड़ी प्लानिंग का हिस्सा है।
अब बात करते हैं कि यह एक्सपो चीन के घरेलू आर्थिक लक्ष्यों से कैसे जुड़ा हुआ है। 2025 की सरकारी रिपोर्ट कहती है कि अगर चीन को अपनी इकॉनमी में तेजी बनाए रखनी है और क्वालिटी ग्रोथ प्राप्त करनी है, तो कंज्यूमर स्पेंडिंग को बढ़ाना बहुत ज़रूरी है। इस एक्सपो का साइज और स्कोप, जिसमें 1700 कंपनियां और 4100 ब्रांड शामिल हैं, इसी मिशन का हिस्सा है।
यहां इंटरनेशनल और डोमेस्टिक दोनों ब्रांड्स को चीन के बड़े कंज्यूमर बेस से कनेक्ट होने का जबरदस्त प्लेटफॉर्म मिल रहा है। ये एक्सपो “Buy in China (चीन में खरीदें)” वाली अप्रोच को प्रमोट कर रहा है, जिससे विदेशी निवेश बढ़ेगा और चीनी ग्राहकों के पास प्रोडक्ट्स की वैरायटी और क्वालिटी भी बढ़ेगी।
हाईनान को इस इवेंट का होस्ट बनाने का फैसला सोच-समझ कर लिया गया है। यह जगह चीन की सबसे बड़ी फ्री ट्रेड पॉलिसीज का टेस्टिंग ग्राउंड बन चुकी है। 2025 तक यहां पूरी तरह से फंक्शनल ट्रेड और इनवेस्टमेंट सिस्टम तैयार करने का टारगेट है। हाईनान की ड्यूटी-फ्री शॉपिंग पॉलिसीज तो पहले ही कमाल कर चुकी हैं। पिछले साल के एक्सपो में ही 3.7 लाख विज़िटर पहुंचे थे। इस बार एक्सपो सिर्फ हाईखो में नहीं, सान्या के कोस्टल इलाकों में भी फैला है, जहाँ लग्ज़री याट्स की प्रदर्शनी भी होगी। कुल मिलाकर, हाईनान को इंटरनेशनल ट्रेड और डोमेस्टिक कंजंप्शन के बीच का ब्रिज बनाया जा रहा है।
अब अगर बात करें टेक्नोलॉजी की, तो 2025 हाईनान एक्सपो (CICPE) का सबसे बड़ा हाईलाइट है ह्यूमनॉइड रोबोट्स और एआई। हुआवेई, टेस्ला, यूनिट्री और रोकिड जैसी कंपनियां अपने लेटेस्ट AI इंटीग्रेटेड प्रोडक्ट्स लेकर आयी हैं। यूनिट्री के फोर-लेग्ड रोबोट्स, जो पहले फैक्ट्रियों में यूज़ होते थे, अब पर्सनल और सर्विस इंडस्ट्री के लिए तैयार किए गए हैं। रोकिड के AR ग्लासेस इमर्सिव एक्सपीरियंस देने वाले हैं। टेक लवर्स के लिए तो ये एक्सपो किसी ड्रीमलैंड से कम नहीं होगा।
एक और इंट्रेस्टिंग सेगमेंट है– कम-ऊँचाई विमानन यानी ड्रोन, एयर टैक्सी और ईवीटीओएल (eVTOL) जैसी फ्लाइंग मशीनें। कई चाइनीज़ कंपनियां इन फ्यूचरिस्टिक व्हीकल्स के प्रोटोटाइप पेश कर रही हैं जो कमर्शियल और रिक्रिएशनल दोनों तरह के यूज के लिए हैं। साथ ही, टेस्ला और BYD जैसे ऑटो ब्रांड्स अपनी लेटेस्ट ऑटोमेटेड और एनर्जी एफिशिएंट गाड़ियां भी शोकेस कर रही हैं।
तो कहने का मतलब ये है कि CICPE 2025 चीन की टेक्नोलॉजी, ट्रेड और टूरिज़्म में लीडरशिप दिखाने की कोशिश है। यहां एआई, रोबोटिक्स और स्मार्ट मोबिलिटी जैसे फील्ड्स में होने वाला इनोवेशन एक तरफ चीन की टेक-इकोनॉमी को बूस्ट करेगा, वहीं दूसरी तरफ इंटरनेशनल ब्रांड्स के लिए एक बेजोड़ मौका होगा – चीन के मार्केट तक डायरेक्ट एक्सेस पाने का। इसके अलावा, यह एक्सपो सिर्फ बिज़नेस का ही नहीं, बल्कि कल्चरल एक्सचेंज और सॉफ्ट पावर डिप्लोमेसी का भी शानदार उदाहरण है।
हाईनान के लिए यह इवेंट उसे ग्लोबल फ्री ट्रेड हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। और बाकी दुनिया के लिए – ये एक सिग्नल है कि इनोवेशन और कोलैबोरेशन के बिना आगे बढ़ना नामुमकिन है। CICPE जैसे इवेंट्स बताते हैं कि टेक्नोलॉजी और ट्रेड के साथ-साथ कल्चर और कनेक्टिविटी भी आज के ग्लोबल गेम का ख़ास हिस्सा बन चुके हैं।
(अखिल पाराशर, चाइना मीडिया ग्रुप, बीजिंग)